डॉलर जैसे ही मजबूत हुआ, वैसे ही सोने की कीमतों में गिरावट आने लगी। जून महीने की शुरुआत में सोना 49,000 रुपये के ऊपर चल रहा था, लेकिन अब 46,939 रुपये तक गिर गया है यानी इसी महीने सोना 2000 रुपये तक सस्ता हो चुका है। वही चांदी भी दो हफ्ते पहले 72,000 रुपये प्रति किलो के ऊपर थी और आज 68,000 के नीचे फिसल चुकी है यानी चांदी भी इसी महीने 4000 रुपये तक सस्ती हो चुकी है। गोल्ड ज्वेलरी में सबसे ज्यादा काम आने वाला 18 कैरेट सोने का भाव भी अब 35317 रुपये पर पहुंच गया है।
आपको बता दें इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी इस रेट और आपके शहर के भाव में 500 से 1000 रुपये का अंतर आ सकता है। बात करें अगर सोना रिकॉर्ड हाई से कितना नीचे आ चुका है तो पिछले साल अगस्त में हाजिर बाजार में सोने की कीमत 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। वहीं अब सोने की कीमत 47,000 रुपये के आसपास है। इस तरह देखा जाए तो सोना अपनी रेकॉर्ड कीमत से करीब 9 हजार रुपये से भी अधिक सस्ता हो चुका है। सोने की कीमतों में इन दिनों काफी उतार चढ़ाव देखा जा रहा है।
कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही सोने की कीमत तेजी से बढ़ रही थी। साल 2020 में सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है। कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है। पिछले साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।