लोग म्यूचुअल फंड में काफी निवेश कर रहे हैं। इसमें रिटर्न बेहतर मिल रहा है, जिसके कारण आज कर म्यूचुअल फंड में लोग धड़ले से पैसा लगा रहे हैं। वैसे तो म्यूचुअल फंड्स कई तरीके के होते हैं, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से एसआईपी के जरिए निवेश सबसे बेहतर माना जाता है। चूंकि इसमें इसमें कम्पाउंडिंग इंटरेस्ट का लाभ मिलता है इसलिए पैसा तेजी से बढ़ता है। अमूमन म्यूचुअल फंड्स में 10 से 12 फीसदी तक का अनुमानित रिटर्न मिलता है।
एसआईपी के जरिए इंवेस्ट किया जाए तो जोखिम कम रहता है। इसमें आप थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाकर लाखों रुपए जोड़ सकते हैं। अगर आप हर महीने महज 1500 रुपए भी निवेश करते हैं तो आप इसके जरिए 30 साल में लगभग 53 लाख तक का फंड बना सकते हैं। इसी तरह अगर आप सिर्फ 500 रुपए से निवेश करते हैं तो ऐसा 30 साल तक करते हैं तो म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर के अनुसार 17.5 लाख रुपए से ज्यादा का फंड तैयार हो जाएगा। ये एफडी या दूसरी स्कीमों के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद होगा।
कभी एक ही फंड हाउस की स्कीमों में पैसा न लगाएं, बल्कि अलग-अलग फंड हाउसों में निवेश करें। इक्विटी म्यूचुअल फंड में आया हुआ पैसा शेयर बाजार में निवेश किया जाता है। इसी पर रिटर्न आधारित होता है। म्यूचुअल फंड में आप किस मकसद से निवेश करना चाहते हैं इस बात को ध्यान रखते हुए म्यूचुअल फंड का चुनाव करें। अगर आपको लॉन्ग टर्म निवेश करना है तो इक्विटी म्यूचुअल फंड फायदेमंद होते हैं। वहीं कम समय के निवेश के लिए डेट फंड या लिक्विड फंड बेहतर होते हैं।
पिछला रिकॉर्ड करें चेक
किसी भी म्यूचुअल फंड को चुनते वक्त उसके पिछले रिकॉर्ड की जानकारी होनी जरूरी। इससे आपको कंपनी की हिस्ट्री और फंड का परफॉर्मेंस रिकॉर्ड पता होता। इससे आप जान सकेंगे कि फंड ने पहले कितने प्रतिशत तक रिटर्न दिया है।म्युचुअल फंड चुनाव के लिए आप अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों की ओर से इन फंड्स को दी गई रेटिंग की भी मदद ले सकते हैं।