सावधि जमा यानी फिक्स्ड डिपॉडिट (Term Deposit Or Bank Fixed Deposit) पर बड़ा अपडेट आया है, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से नियम में बड़ा बदलाव किया गया है। जिसके बाद करोड़ों ग्राहकों पर इसका असर पड़ेगा। नए नियम के अनुसार अब मैच्योरिटी की डेट पूरी होने के बाद भी आपकी राशि बैंक में जमा रहती है और क्लेम नहीं किया जाता है तो आपको ब्याज कम मिलेगी।
फिक्स्ड डिपॉजिट उस राशि को कहा जाता है जिसे निश्चित समय के लिए बैंक में जमा किया जाता है। जिसपर बैंक ब्याज देता है। अलग-अलग बैंकों में अलग अवधि के लिए अलग ब्याज का प्रावधान है। रिजर्व बैंक के अनुसार अगर आपकी फिक्स्ड डिपॉजिट का समय पूरा हो चुका है और आपने अभी तक अपने रुपयों का क्लेम नहीं किया है तो बैंक के पास आपकी रकम पड़ी रहती है तो आपको एफडी नहीं बल्कि सेविंग अकाउंट के हिसाब से ब्याज मिलेगा।
क्या कहा RBI ने?
RBI ने सर्कुलर में कहा, इसकी समीक्षा पर…यह निर्णय किया गया है कि अगर फिक्स्ड डिपॉजिट परिपक्व होती है व राशि का भुगतान नहीं हो पाता है और वह बिना दावा के बैंक में पड़ी रहती है तो उस पर ब्याज दर बचत खाता के हिसाब से या सावधि जमा की परिपक्वता पर ब्याज की अनुबंधित दर, जो भी कम हो, देय होगी।
नया नियम सभी वाणिज्यिक बैंकों, स्मॉल फाइनेंस बैंक, सहकारी बैंक, स्थानीय क्षेत्रीय बैंकों में जमा पर लागू होगा। फिक्स्ड डिपॉजिट, वह जमा राशि है जो बैंकों में एक निश्चित अवधि के लिए तय ब्याज पर रखी जाती है। इसमें रिकरिंग, संचयी, पुनर्निवेश जमा और नकद प्रमाण पत्र जैसी जमा भी शामिल हैं।