लगातार दो वनडे में हार के बाद आज भारतीय महिला टीम क्लीन स्वीप से बचने के लिए मैदान पर उतरेगी। तीन मैचों की सीरीज में पहला दो मैच मिताली की टीम पहले ही हार चुकी है। इंग्लैंड की टीम क्लीन स्वीप के इरादे से जीतना चाहेगी। तो भारतीय महिलाएं (India Womens) अपनी साख के लिए मैदान मारने को आतुर होंगी। पूरी सीरीज में इंग्लैंड जिस तरह से हावी रही है।
इंग्लैंड के सामने भारत का हर डिपार्टमेंट फेल दिखा है। न गेंदबाजी में धार दिखी है। न बल्लेबाजी लाजवाब हुई है। पहले वनडे में हार के ये दो बड़ी वजह बनी थी। दूसरे वनडे में भी राम कहानी नहीं बदली। गेंदबाज क्या कर लेंगे। जब फिफ्टी ओवर के मुकाबले में रनों से भरी पिच पर बल्लेबाज स्कोरबोर्ड पर कुछ रन टांगकर नहीं देंगे। स्कोरबोर्ड पर रन रहेगा तभी तो विरोधी पर दबाव बनेगा। लेकिन, जब शेफाली वर्मा क्रीज पर रहीं, स्कोर बोर्ड रफ्तार पकड़े रहा। उनके आउट होते ही बल्लेबाजी कछुए की चाल चलने लगी। कप्तान मिताली राज ने पिछले दोनों ही वनडे में अर्धशतक लगाया है। पर इसके लिए उन्होंने जितनी गेंदें खेली है वो भी भारत की हार की बड़ी वजह रही है।
अब ऐसे में अगर आज साख बचानी है। सीरीज में क्लीन स्वीप का शिकार नहीं बनना है। तो पिछली गलतियों से सबक लेने की जरूरत है। लोहा ही लोहे को काटता है। और भारतीय टीम को आज यही करना होगा। इंग्लैंड की टीम हावी है पर उसकी काट डिफेंसिव क्रिकेट खेलने के बजाए आज आक्रमकता से ढूंढ़नी होगी। इसके अलावा बदलाव टीम कॉम्बिनेशन में भी करना होगा। भारत को आउट ऑफ फॉर्म जेमिमाह रॉड्रिग्स की जगह पूनम राउत को मौका देना चाहिए। गेंदबाजी में भी फेरबदल किए जाने की जरूरत है। आक्रमकता के साथ टीम का सही तालमेल ही आज मिताली का मुकाबले पर राज करा सकता है।