कोरोना वायरस की दूसरी लहर के चलते सीबीएसई (CBSE) समेत देशभर के सभी शिक्षा बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर चुका है। बीते सेमिस्टर के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जा रहा है। रिजल्ट को लेकर बोर्ड ने साफ किया था कि जो छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें एग्जाम देने का मौका दिया जाएगा। इसको लेकर अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का बड़ा बयान सामने आया है। रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 12वीं के जो छात्र एग्जाम देना चाहते है, वो अगस्त में परीक्षा दे सकते है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 12वीं बोर्ड के जो छात्र अभी भी एग्जाम देने को इक्छुक है, वो निराश ना हों। उनके लिए अगस्त महीने में परीक्षा कराने की तैयारी है। इसको लेकर विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा। आपको बता दें कि एग्जाम देने वालों छात्रों को बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। हाल ही में सीबीएसई और सीआईसीएसई बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हाल ही में बने क्राइटेरिया के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जा रहा है और 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा के नतीजे 31 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे।
State Govt decides to cancel Class XII exam for academic yr 2020-21. Results to be declared on basis of pre-determined objective criteria. Secretary, Board of Intermediate Examination is directed to issue orders for promoting all Class XI students to Class XII: Govt of Telangana
— ANI (@ANI) June 15, 2021
बच्चों का रिजल्ट कुछ इस तरह तैयार किया जाएगा। रिजल्ट में 10वीं के नंबर का 30 परसेंट, 11वीं के नंबर 30 परसेंट और 12वीं के नंबर के 40 परसेंट के आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई ने कहा कि स्कूलों की नीति प्रीबोर्ड में ज्यादा अंक देने की है, ऐसे में हजारों स्कूलों में से प्रत्येक के लिए परिणाम समिति गठित होगी। स्कूल के दो वरिष्ठतम शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक 'मॉडरेशन कमेटी' के रूप में काम करेंगे ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि स्कूल ने अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया है, ये कमेटी छात्रों के पिछले तीन सालों के प्रदर्शन को आंकलन करेगी।