स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने खाते में मिनिमम बैलेंस को लेकर नई जानकारी दी है। जिसमें यह बताया गया है कि, ग्राहको को मिनिमम बैलेंस कब से चुकाना होगा। इसके साथ ही मैसेज चार्च के बारे में भी बताया गया है। बैंक के अनुसार, जिस तारीख से मैसेज चार्ज फ्री किया गया है उस तारीख के बाद से कोई शुल्क नहीं लगेगा। लेकिन उस तारीख से पहले किसी ने अगर खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखा है तो उसे शुल्क देना पड़ेगा।
बैंक ने इसकी जानकारी ट्वीट के जरिए दी है, बैंक ने लिखा है कि, कृपया ध्यान दें कि मिनिमम बैलेंस और संदेश का शुल्क (massage charge) जिस तिथि से नहीं लगने की बैंक ने घोषणा की है, उस तिथि से पहले अगर आपका कोई शुल्क देय है तो उसका भुगतान करना होगा। यानी अगर किसी ग्राहक ने निश्चित तारीख से पहले अगर खाते में मिनिमम शुल्क नहीं रखा है और इस मद में बैंक की कोई अदायगी बनती है, तो उसे चुकाना होगा। ग्राहक को यह ध्यान रखना है कि उसका मिनिमम बैलेंस पहले से पेंडिंग नहीं है, अगर है तो उसे समय पर चुका देना चाहिए।
कृपया ध्यान दे की मिनिमम बैलेंस और सन्देश का शुल्क जिस तिथि से नहीं लगने की बैंक ने घोषणा की है उस तिथि से पहले अगर आपका कोई शुल्क देय है तो उसका भुगतान करना होगा I
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) July 5, 2021
देखिए क्या कहा बैंक ने
मिनिमम बैलेंस को तकनीकी भाषा में एवरेज मंथली बैलेंस या AMB कहते हैं। एसबीआई ने पिछसे साल ऐलान किया था कि सभी सेविंग बैंक खाते पर एवरेज मिनिमम बैलेंस को माफ कर दिया गया है। निमय के मुताबिक मेट्रो शहरों में एसबीआई सेविंग खाते पर एएमबी 3,000 रुपए, अर्ध शहरी क्षेत्रों में एएमबी 2,000 रुपए और ग्रामीण क्षत्रों की एसबीआई शाखा में सेविंग अकाउंट पर एएमबी 1,000 रुपये रखी गई थी। इस राशि को बनाए रखने के नियम को बैंक ने हटा दिया था। मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर 5-15 रुपये प्लस जीएसटी जोड़कर वसूला जाता था. इसी के साथ स्टेट बैंक ने एसएमएस चार्ज भी माफ कर दिया था।