मोदी सरकार के नैरेटिव को देश के निचले तबके तक पहुचांने में नाकाम रहे मंत्रियों से इस्तीफे ले लिए गए हैं। जिन मंत्रियों के इस्तीफे लिए गए हैं उनमें दो नाम देखकर अच्छे-अच्छों के पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई है। ये वो दो नाम कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर हैं। ये दोनों मोदी सरकार के सबसे कद्दावर नेता माने जाते थे। बीजेपी और एनडीए सरकार पर बारीक निगाह रखने वाले राजनीतिक पंडितों का कहना है कि मोदी सरकार की छवि को देशी-विदेशी मीडिया में गिरने से रोकने की जिम्मेदार प्रकाश जावड़ेकर थी लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए। इसी तरह से ट्वीटर, फेसबुक और व्हाट्सएप से विवाद को लेकर मोदी सरकार की छवि देश-विदेश में काफी गिरी। इसलिए माना जा रहा है कि दोनों की मंत्रीमण्डल से छुट्टी कर दी गई।
मोदी मंत्रीमण्डल से जिस तीसरे हेवी वेट मंत्री की छुट्टी हुई है उसका नाम हर्ष वर्धन है। हालांकि, मंत्रीमण्डल से इस्तीफा दिए जाने के बारे में इन तीनों हेवी वेट नेताओं की प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है, लेकिन पश्चिम बंगाल से आने वाले बाबुल सुप्रियो ने जरूर ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
I am extremely happy that I go today without a spot of corruption on me, having served my constituency with all my might & having enjoyed their cindiendence when Asansol voted me back as their MP once again, with triple the Margin in 2019 again 🙏
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) July 7, 2021
बाबुल सुप्रियो ने पीएम मोदी को मंत्रिपरिषद में जगह देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि उनके ऊपर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है। वह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की लगातार सेवा कर रहे हैं। सुप्रियो ने अपनी पोस्ट में लिखा है- 'जब धुआं उठता है तो कहीं न कहीं आग जरूर होती है। मैं खुद आप सबको बताना चाहता हूं कि मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुझसे ऐसा करने के लिए कहा गया और मैंने कर दिया।'
फेरबदल से पहले कुल 14 मंत्रियों ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर के अलावा शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, श्रम और रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, रसायन एवं उरर्वक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री प्रताप सारंगी शामिल हैं।