कोरोना की दूसरी लहर लगभग खातमें के कगार पर है। देश में कोरोना के मामलों में भारी गिरावट देखी जा रही है। इस बीच कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। जुलाई के पहले 11 दिनों में महाराष्ट्र में कोरोना के 88,130 नए मामले सामने आए। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के मामलों में आ रही ये तेजी तीसरी लहर की आहट हो सकती है क्योंकि महाराष्ट्र में वायरस ने पिछली दो लहरों में इसी तरह के संकेत दिखाए हैं।
लॉकडाउन खुलने के बाद जिस तरह की भीड़ और लापरवाही देखी जा रही है, उसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी चिंता जताई है। आईएमए ने केंद्र और राज्य सरकारों से कम से कम तीन महीने के लिए कोरोना गाइडलाइंस को सख्ती से लागू करने की अपील की है।
महाराष्ट्र के भीतर, कोल्हापुर जिले में पिछले 15 दिनों में 3,000 मामले सामने आए हैं, जबकि मुंबई में पिछले तीन दिनों से 600 से कम मामले सामने आ रहे हैं। कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने कहा है कि कोल्हापुर की स्थिति अजीब है क्योंकि इसमें टीकाकरण प्रतिशत सबसे अधिक है और संक्रमण दर भी सबसे अधिक है।
भारत में सोमवार को कोरोना वायरस के 37 हजार 154 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद अब देश में कुल केस 3 करोड़ 8 लाख 74 हजार 376 हो गए हैं। अब देश में इलाजरत मरीजों की संख्या कुल मामलों का 1.46 फीसदी है। फिलहाल भारत में कोरोना के 4 लाख 50 हजार 899 ऐक्टिव केस हैं। हालांकि, अभी भी पांच राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं। केंद्र सरकार भी इन राज्यों से चिंतित है और अब कोरोना संक्रमण की बढ़ोतरी वाले राज्यों में केंद्रीय टीमें भी रवाना कर दी गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉक्टर भारती प्रवीण पवार ने बताया कि जिन राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, केंद्र सरकार पहले ही वहां अपनी टीमें भेज चुकी हैं। जिन राज्यों में कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे हैं उनमें महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश शामिल हैं।