बच्चों की उम्र के अनुसार सिलेबस तय किया जाता है। जिस उम्र में बच्चों को अपने बॉडी पार्ट्स की पूरी नॉलेज नहीं होती, उस उम्र के बच्चों को प्राइमरी स्कूलों ने कंडोम बांटने का फैसला किया है। 5वीं क्लास के बच्चों को कंडोम थमाया जाएगा। कंडोम देने के इस ऐलान पर बच्चों के माता-पिता बौखलाए हुए है। मामला भारत का नहीं, बल्कि अमेरिका के शिकागो का है। बताया जा रहा है कि स्कूल में साल 2020 के दिसंबर महीने में बच्चों को कंडोम बांटे जाने थे, लेकिन कोरोना महामारी के चलते स्कूलों के खोले जाने तक इसे टाल दिया गया।
Chicago will put free condoms in its elementary schools.
What about taking on the gangs so children can walk to school without the fear of being shot instead?
— Andrew Pollack (@AndrewPollackFL) July 6, 2021
अब स्कूल खुलने के बाद प्राइमरी स्कूलों में 250 कंडोम जबकि हाई स्कूलों में 1000 कंडोम सप्लाई किए जाएंगे। बच्चों को जब भी जरूरत होगी वे इसे ले सकेंगे। ये कंडोम छात्रों को बिल्कुल मुफ्त दिए जाएंगे। वही छात्राओं को सेनेडरी पैड उपलब्ध कराए जाएंगे। स्कूल ने कंडोम बांटे जाने के पीछे का कारण सेक्स एजुकेशन बताया है। इसका इंतजाम शिकागो का स्वास्थ्य विभाग करेगा। शिकागो पब्लिक स्कूल सिस्टम के अंतर्गत कुछ 600 सरकारी स्कूल आते है और इन सभी में ये नई पॉलिसी लागू होगी। पेरेंट्स इस पॉलिसी का विरोध कर रहे है।
"Chicago Public Schools will now make sure students grades 5 and up will have access to essential supplies like condoms. Yes, CONDOMS. For 5th graders!" In answer to the question when does the madness end read the book of Revelation. Come, Lord Jesus.
— SPURGEON (@SPURGEONdotUS) July 7, 2021
पांचवी क्लास के छात्रों को कंडोम बांटे जाने को लेकर शिकागो के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि इससे बच्चों को यौन संक्रमण, एचआईवी इन्फेक्शन और अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने में मदद मिलेगी। कंडोम उपलब्ध होने का ये मतलब नहीं है कि हर छात्र इसका इस्तेमाल ही करने जा रहा है या उसे इस्तेमाल के लिए कहा जा रहा है। ये सिर्फ इसलिए है ताकि बच्चों का नुकसान न हो और उन्होंने सेक्सुअली ट्रांसमिट होने वाले रोग न हों। ये सुरक्षा और सफाई के लिए है। फिलहाल कोरोना के चलते शिकागो के स्कूल बंद हैं। स्कूल खुलते ही ये पॉलिसी लागू हो जाएगी।