कोरोना महामारी के दैरान लोगों को आर्थिक परेशानियों का काफी सामना करना पड़ा ऐसे वक्त में लोगों की या तो सेविंग्स काम आई या फिर इंन्वेस्टमेंट। इसके साथ ही पीएफ फंड से भी लोगों को काफी सहारा मिला। सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए पीएम खाते से पैसे निकालने को लेकर कई नियमों में बदलाव किया था जिसके बाद पैसे निकालने में और आसानी हो गई है। कोरोना महामारी के दौरान पीएफ खाते से करीब 24हजार करोड़ से भी ज्यादे पैसे निकाले गए हैं।
हाल ही में श्रम मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी की माने तो कोरोना के इस साल में 72लाख से भी ज्यादा लोगों ने अपने पीएफ फंड से पैसा निकाला है। वहीं, ईपीएफओ की ओर से इन 72लाख से ज्यादा खाता धारकों के क्लेम को 24हजार करोड़ की मदद से पूरा किया गया है। श्रम मंत्रालय ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा की, 1अप्रैल 2021से 30जून 2021में 72.44लाख क्लेम को 24,897करोड़ रुपयों से सेटल किया गया है। इन तीन महीनों के दौरान ही भारत ने कोरोना की दूसरी लहर का सामना किया था, जिसमें कई लोगों ने अपने परिजनों को भी खो दिया था। इन दौरान ईपीएफओ ने भी कोरोना वायरस के इलाज से जुड़े केसों को जल्द से जल्द निपटाया था।
बताते चलें कि, महामारी के दौरान मोदी सरकार ने पीएफ खाते से पैसे निकालने के नियम में बदलाव करते हुए काफी आसान कर दिया था ताकि लोगों को परेशानी ना हो। इलाज के लिए सिर्फ तीन दिन के अंदर खाते में पैसे आ जाते थे। साथ ही जिन लोगों की कोरोना के दौरान नौकरी चली गई, उनके लिए भी पैसे निकालने का एक खास ऑप्शन बनाया गया था। कोरोना महामारी में PF विड्रॉल का पैसा 7 दिन में ही आ जाता है और अगर मेडिकल इमरजेंसी हो जाती है तो आपको 3 दिन में ही पैसा वापस मिल जाता है।