आज बृहस्पति वार है यानी आज बृहस्पति देव का दिन है। बृहस्पति को देव गुरू भी कहा जाता है। आज के दिन बृहस्पति देव की विधि पूर्वक पूजा करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते है। बृहस्पति देव आपकी कुंडली में मजबूत स्थिति बना लेते, जिससे किस्मत चमक उठती है और जीवन में तरक्की ही तरक्की देखने को मिलती है। यही नहीं, पैसों की कम भी कभी नहीं रहती।
लेकिन अगर बृहस्पति देव नाराज हो जाए तो कई तरह की कष्ट उठाना होता है। जैसे- आर्थिक समस्या होना, बनते काम बिगड़ जाना और विवाह का टूटना, क्योंकि बृहस्पति देव नाराज होकर आपकी कुंडली में दोष उत्पन्न करते है। चलिए आपको अब इसके उपाय बताते है।
कुंडली में दोष को दूर और बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिे गुरुवार के दिन स्नान से पहले पानी में एक चुटकी हल्दी डालें और इस पानी से स्नान करें। इसके बाद 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें और माथे पर केसर का तिलक लगाएं। केले के वृक्ष पर जल और धूप दीप अर्पित करें।
हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र को सबसे ज्यादा शक्तिशाली मंत्र माना गया है। इसलिए नियमित रूप से गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे आपका गुरु ही नहीं बल्कि सूर्य ग्रह भी मजबूत होगा और जीवन की तमाम समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
हर गुरुवार को पीले हकीक की माला से 'ऊँ ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें। इससे आपको देवगुरु बृहस्पति प्रसन्न होंगे और आप पर अपनी कृपा बरसाएंगे।
किसी जरूरतमंद बच्चे को किताबें दान करें और किसी गरीब को चने की दाल दान में दें। ऐसा करने से गुरु की स्थिति मजबूत होती है।
कुंडली में गुरु दोष हो तो उसे दूर करने के लिए गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करके विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।