तालिबान एक ओर चीन से पींगे बढ़ा रहा है और दूसरी ओर जिन इलाकों में कब्जा कर लिया है वहां कत्लोगारत मचा रहा है। इसी बीच खबर यह है कि अफगान फोर्सेस ने पकतिया में तालिबान की डिप्टी चीफ अब्दुल हक उमरी को मार गिराया है। उमरी के अलावा एक और बड़ा आतंकी मुल्ला शरीफ भी मारा गया है।
अफगान फोर्सेस तालिबान पर भारी पड़ रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान बार-बार आतंकियों को भेजकर आतंकियों को मजबूत कर रहा है। एक खबर यह भी है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने फिर कहा है कि अफगान समस्या का सैन्य समाधान नहीं है। उन्होंने तालिबान से सीधी वार्ता की पेशकश भी की है। सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफगान फोर्सेस का मनोबल ऊंचा है और तालिबान को मार भगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
'दोहा में तालिबान के कार्यालय से अनस हक्कानी ने भी पुष्टि की है कि मोहम्मद नबी उमरी अफगान सरकार और तालिबान में चल रही वार्ता में तालिबान की ओर से शामिल अब्दुल हक का बेटा है। जिसकी अफगान सेना के हाथों मौत हो गई है। उमरी ग्वांतानामो जेल में बंद था, जिसे 2015 में छोड़ा गया था। उसके साथ छोड़े गए चार अन्य कैदी भी इस समय अफगान सरकार से दोहा में चल रही वार्ता में शामिल हैं।'
'जौजान में चल रहे युद्ध के दौरान तालिबान के शीर्ष आतंकी मुल्ला शफीक को भी मार दिया गया है।' 'इसके अलावा रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई लारोव ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकी सीरिया, लीबिया व अन्य देशों से अफगानिस्तान पहुंच रहे हैं। जो क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बढा रहे हैं।'