मानसून की बारिश को लोग जमकर एन्जॉय करते है। बारिश की बूंदे जहां खुशियां लेकर आती है, वहीं बीमारियों का कारण भी बनती है। बारिश के इस सीजन में लोग सबसे ज्यादा बीमार होते है। लोगों को सबसे ज्यादा खतरा डेंगू और मलेरिया से होता है। भारत में लाखों लोग प्रभावित इसके शिकार होते है। डेंगू और मलेरिया एडीस एजिप्टी नामक मच्छर से फैलता है। ये मच्छर आसपास इकट्ठे साफ पानी में पैदा होते है। एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर सावधानी बरती जाए तो इन बीमारियों को कम ही समय में हराया जा सकता है।
इसके लिए कुछ बातों पर ध्यान देना जरुरी है-
फुल साइज के पहनें कपड़े- एडीस एजिप्टी नामक मच्छर कभी भी हमला बोल सकते हैं, इसलिए हमेशा सर्तक रहना बहुत जरूरी है। आप चाहे घर पर हो या फिर बाहर अपने शरीर को जितना ज्यादा हो सके कपड़ों से ढककर रखें। बच्चों को भी फुल साइज के कपड़े पहनाएं। जितना शरीर ढका रहेगा, उतना ही हम मच्छरों से सुरक्षित रह सकते हैं।
सूर्यास्त से पहले बंद कर लें खिड़कियां और दरवाजा– बारिश होती है तो घर की खिड़कियां और दरवाजों को हम खोल देते हैं, ताकि बारिश का भरपूर आनंद ले सकें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि जब दिन ढलने लगे तो घर के सभी खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दें क्योंकि आमतौर पर सूर्यास्त के दौरान और बाद में ये मच्छर ज्यादा सक्रिय होते हैं।
न हो शरीर में पानी की कमी- अपने शरीर में पानी की कमी ना होने दें। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। लिक्विड चीजों का ज्यादा सेवन करें। जूस और नारियल पानी को अपनी डेली रुटीन में लाएं।
घर में करवाएं दवा का छिड़काव- घर के अंदर मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव कराएं। मोस्कीटो रिपेलेंट मशीनों का इस्तेमाल करें।
घर में करें ये उपाय- लैवेंडर ऑयल की 15-20 बूंदें, 3-4 चम्मच वनीला एसेंस और चौथाई कप नीबू रस को मिलाकर एक बोतल में रखें। शरीर के खुले हिस्सों पर लगाने से पहले अच्छी तरह मिलाएं। इसे लगाने से मच्छर दूर रहते हैं। तुलसी का तेल, पुदीने की पत्तियों का रस, लहसुन का रस या गेंदे के फूलों का रस शरीर पर लगाने से भी मच्छर भागते हैं। नीम का तेल भी मच्छर भगाने में बड़ा उपयोगी है। सोने से पहले थोड़ा सा नीम का तेल शरीर पर लगा लेने से मच्छर नहीं काटते।