हॉकी में टीम इंडिया ने इतिहास रचा दिया है। टीम इंडिया क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हरा दिया है। इस जीत के साथ टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच गई है। भारत 4 दशक बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। टीम इंडिया के लिए दिलप्रीत सिंह ने 7वें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल दागा। सेमीफाइनल में अब टीम इंडिया का सामना बेल्जियम से होगा। ग्रेट ब्रिटेन की ओर से इकलौता गोल सैम वार्ड ने खेल के 45वें मिनट में किया।
ओलंपिक में भारत ने 1972 में सेमीफाइनल फॉर्मेट में हॉकी खेला गया था। इसके बाद 1976 में टीम इंडिया नॉकआउट में नहीं पहुंची थी। ओलंपिक में भारत को आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में मिला था, जब वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में टीम ने पीला तमगा जीता था। लेकिन उस ओलिंपिक में सेमीफाइनल फॉर्मेट नहीं था। ग्रुप स्टेज के बाद सबसे ज्यादा पॉइंट वाली 2 टीमें सीधे फाइनल खेली थी।
भारत ने ओलिंपिक में सबसे ज्यादा मेडल पुरुष हॉकी में जीते हैं। टीम ने 1928, 1932, 1936, 1948, 1952, 1956, 1964 और 1980 ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा 1960 में सिल्वर और 1968 और 1972 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। 1980 मॉस्को ओलिंपिक के बाद भारत ने हॉकी में कोई मेडल नहीं जीता है।