अमेरिकी सैनिकों की वापसी का फायदा उठा कर अफगानिस्तान में हमलावर हुए तालिबान पर एक बार फिर आसमान से मौत बरस रही है। तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा कर शरिया हुकूमत लागू करना चाहते हैं। दरअसल, शरिया हुकूमत लागू करना तो एक बहाना है, तालिबान अफगान की प्रचुर प्राकृतिक संपदा पर कब्जा करना चाहता है। अफगानिस्तान को अफीम का देश बनाना चाहता है। पाकिस्तान के उकसावे पर चंद तालिबानी लोग अपने फायदे के लिए अफगानिस्तान को बर्बाद कर देना चाहते हैं।
254 #Taliban terrorists were killed and 97 wounded as a result of #ANDSF operations in Ghazni, Kandahar, Herat, Farah, Jowzjan, Balkh, Samangan, Helmand, Takhar, Kunduz, Baghlan, Kabul & Kapisa provinces during the last 24 hours.
Also, 13 IEDs were discovered & defused by #ANA. pic.twitter.com/XiEiOAOuph
— Ministry of Defense, Afghanistan (@MoDAfghanistan) August 1, 2021
पाकिस्तान सोच रहा है कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाएगा तो उसकी पहुंच सेंट्रल एशिया तक सीधी हो जाएगी और भारत पर दबाव ज्यादा बना सकेगा। अफगानिस्तान को शरिया हुकूमत ही लानी होती तो सबसे पहले सऊदी अरब पर हमला करना चाहिए था। यूएई पर हमला करता लेकिन उसका मकसद शरिया की आड़ में लोगों को शोषण करना है।
#Taliban terrorists hideouts were targeted by #AAF in Zherai district of #Kandahar province yesterday. Tens of #terrorists were killed and wounded as result of the #airstrike. pic.twitter.com/mM1uVyeXMu
— Ministry of Defense, Afghanistan (@MoDAfghanistan) August 1, 2021
तालिबान की असल चाल को अमेरिका भांप तो गया था लेकिन वो तालिबान के खिलाफ सफल ऑपेरशन नहीं चला पाया। अफगानिस्तान से वापसी के साथ मची कत्ल-ओ-गारत के बीच अमेरिका ने एक बार फिर तालिबान पर मौत बरसानी शुरू कर दी है। अफगानी सेना के साथ अमेरिका ने तालिबान पर जमकर आसमान से बमबारी की है। सैकड़ों तालिबानियों को मार कर अफगान सेना ने फिर से कई रणनीतिक शहरों पर फिर से कब्जा कर लिया है।
अफगान सरकार ने इसका एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें दिख रहा है कि तालिबानी अड्डे पर बम बरसाकर उसे तबाह कर दिया गया। धमाका इतना तेज होता है कि धुएं का गुब्बार आसमान तक छा जाता है। कांधार के झेराई जिले पर में सैकड़ों आतंकी मारे गए हैं तो बड़ी संख्या में घायल होकर जान बचाने को भाग खड़े हुए। अफगान सरकार ने बताया है कि कई बड़े शहरों में जंग के दौरान सैकड़ों आतंकी मारे गए हैं तो करीब 1000 घायल हुए हैं।
अफगानिस्तान सरकार ने सुरक्षाबलों को मिली कामयाबी को ऐसे समय पर दुनिया के सामने रखा है जब अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने तेजी से अफगानिस्तान पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया था।