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Tokyo Olympic 2020: गोल्ड मेडल से फिर चूका भारत, लवलीना को सेमीफाइनल में मिली हार, ब्रॉन्ज से करना पड़ेगा संतोष

photo courtesy google

टोक्यो ओलंपिक में मुक्केबाजी की 69 किग्रा कैटिगरी में आज लवलीना बोरगोहेन का मुकाबला तुर्की की विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली से हुआ। इस मुकाबले में लवलीना को हार का सामना करना पड़ा। मैच में लवलीना और सुरमेनेली दोनों लगातार पंच मार रहे थे। लवलीना के कोच ने उन्हें दूर रहकर पंच करने को कहा। तुर्की की मुक्केबाज ने कई सही हुक लगाए। दूसरा राउंड भी हारीं विनेश और इस बार पेनल्टी के कारण एक अंक गंवाना भी पड़ा। लवलीना के हिस्से सेमीफाइनल मुकाबले में हार आई।

लवलीना ने तीनों राउंड गंवाए। उनको ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ेगा। लवलीना ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली तीसरी मुक्केबाज बन गई हैं। वर्ल्ड नंबर वन बॉक्सर के आगे लवलीना ने हालांकि अच्छी फाइट दिखाई। लवलीना के ब्रॉन्ज के साथ ही भारत के टोक्यो ओलंपिक में तीन मेडल हो गए हैं। आपको बता दें कि 23 वर्षीय लवलीना कांस्य पदक जीतकर विजेंदर सिंह और एमसी मैरीकॉम की बराबरी कर चुकी हैं। लवलीना ने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की पूर्व विश्व चैंपियन निएन चिन चेन को 4-1 0 से मात दी थी।

जीत के बाद लवलीना ने कहा था कि 'दबाव हमेशा बना रहता है, लेकिन इस बार मैंने दबाव में नहीं खेलने की कोशिश की, क्योंकि इससे प्रदर्शन पर असर पड़ता है। मुझे पता था कि पूरा देश मेरे लिए दुआ कर रहा है। मुझे बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना था।' लवलीना ने अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद कहा था कि 'मैं मुक्केबाज मुहम्मद अली के नक्शेकदम पर चलती हूं। उन्हीं के फुटवर्क और लंबे पंच का अनुसरण करती हूं। मुक्केबाजी में कदम रखने के बाद मैंने केवल मैरीकॉम का ही नाम सुना। उन्होंने बहुत संघर्ष किया और मैं उनसे प्रेरणा लेती हूं।'