इमरान खान के अमन पसंद सिविलियंस यानी तालिबानी मानसिकता वाले मुसलमान पाकिस्तानियों ने एक और हिंदू मंदिर को नष्ट-भ्रष्ट कर दिया। इतना ही नहीं जब वो इस मंदिर को तोड़ने का फेसबुक लाइव भी कर रहे थे।
वीडियो में तालिबान मानसिकता वाली भीड़ मंदिर में तोड़फोड़ करती नजर आती है। पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूजर्स के अनुसार, यह घटना पंजाब सूबे के रहीम यार खान के पास स्थित भोंग शहर की बताई जा रही है। पंजाब के भोंग शहर में मौजूद गणेश मंदिर में कट्टरपंथियों ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने न केवल मूर्तियों को खंडित किया, बल्कि मंदिर में लगे झूमर, कांच जैसे सजावटी समानों को भी तोड़कर तहस-नहस कर दिया। पहले के मामलों की तरह इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Ganesh Temple, village Bhong in Rahim Yar Khan, Punjab has been ravaged.
Another day, another attack on Hindus in Pakistan. pic.twitter.com/grLlT582XL— Veengas (@VeengasJ) August 4, 2021
ध्यान रहे, पाकिस्तान में कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच न हिंदू-सिख और ईसाई लड़कियों के धर्मांतरण और मंदिरों को नष्ट-भ्रष्ट किए जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने चिंता जताते हुए कहा है कि इस कारण अल्पसंख्यकों के मन में असुरक्षा की भावना भी तेजी से बढ़ी है। इमरान खान की सरकार में पुलिस के ढुलमुल रवैये और सख्त कानून न होने के कारण कट्टरपंथियों के हौसले और बुलंद हुए हैं।
मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का अपहरण किया जाता है। जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है। पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है। मानवाधिकार संस्था ने यह भी कहा कि आंकड़े इससे ज्यादा भी हो सकते हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों को पुलिस दर्ज नहीं करती है। अगवा होने वाली लड़कियों में से अधिकतर गरीब तबसे से जुड़ी होती हैं। जिनकी कोई खोज-खबर लेने वाला नहीं होता है।