Hindi News

indianarrative

India के दबाव के आगे झुका Taliban, गुरुद्वारे पर फिर से लगाया निशान साहिब

भारत के दबाव के आगे झुका तालिबान

दुनियाभर में विरोध और भारत के दबाव के आगे तालिबान झुक गया है, तालिबान आतंकियों ने पकतिया प्रांत में पवित्र गुरुद्वारे थाल साहिब की छत पर लगा सिखों का धार्मिक झंडा निशान साहिब वापस से लगा दिया है। पकतिया स्थित यह गुरुद्वारा सिखों में काफी अहम स्थान रखता है। इसकी महत्ता का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि यहां श्री गुरु नानक देव भी आ चुके हैं।

इससे पहले तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने दावा किया था, कि उन्होंने निशान साहिब को नहीं हटाया है। लेकिन सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें वायरल होने के बाद तालिबान की पोल खुली जिसके बाद मोदी सरकार ने इस घटना पर तीखा विरोध किया और भारत के दबाव के आगे झुकते हुए तालिबान ने वापस से झंडा लगा दिया है।

तालिबान के इस कदम के बाद दुनियाभर के सिखों में काफी गुस्‍सा देखा गया था। हर तरफ से आलोचना हो रही थी, चारो तरफ से खुद को घिरता देख तालिबान ने निशान साहिब को दोबारा लगा दिया है। इससे पहले गुरुद्वारे से आई तस्वीरों में साफ नजर आ रहा था कि निशान साहिब को हटा दिया गया है। इस निशान साहिब को गुरुद्वारे की छत पर लगाया गया था। अफगानिस्तान के युद्धग्रस्त इलाकों में दशकों से अल्पसंख्यक अफगान सिखों और हिंदुओं के ऊपर अत्याचार जारी है। खासकर पकतिया का इलाका 1980 के दशक से मुजाहिदीन और तालिबान/हक्कानी समूह का गढ़ हुआ करता था। तालिबान का आतंक यहां इस कदर था कि अफगानिस्तान की सरकार का यहां कोई दखल नहीं था।

बता दें कि, पिछले साल ही यहां से निदान सिंह सचदेव का अपहरण कर लिया गया था। वह सावन के महीने से पहले सेवा के लिए गुरुद्वारे पहुंचे थे। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबानी आतंकियों ने पकतिया में सरकारी सलाम टेलिकम्यूनिकेशन नेटवर्क के 11 टावरों को ध्वस्त कर दिया था। यहां पर लगे तकनीकी उपकरण भी जब्त कर लिए।