कोविड-19 के गंभीर रोगियों के इलाज के लिये आईसीयू में तैनात डॉक्टरों की क्षमता बढ़ाने की एक अनूठी पहल के तहत ई-आईसीयू की शुरुआत नई दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल की ओर से की गई है। इसके तहत सप्ताह में दो बार-मंगलवार और शुक्रवार को सरकारी अस्पतालों में आईसीयू में तैनात डॉक्टरों के लिए डोमेन विशेषज्ञों द्वारा टेली/वीडियो-कॉन्फ्रेंस सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।
ये सत्र 8 जुलाई 2020 से शुरू हुए हैं और अब तक, 17 टेली-सत्र आयोजित किए गए हैं, जिनमें 204 संस्थानों ने हिस्सा लिया है। इसके साथ ही गंभीर रोगियों के उपचार के लिए डॉक्टरों की आईसीयू / नैदानिक प्रबंधन क्षमता को और बढ़ाने के लिए, स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से एम्स नई दिल्ली ने उपचार को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों की एक सूची तैयार की है। जिन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
इसे <a href="https://www.mohfw.gov.in/pdf/AIIMSeICUsFAQs01SEP.pdf">https://www.mohfw.gov.in/pdf/AIIMSeICUsFAQs01SEP.pdf</a> पर देखा जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले इन प्रश्नों की प्रकृति काफी डायनेमिक है। इसे आईसीयू में कोविड के गंभीर रोगियों की नैदानिक देखभाल के दौरान मिले अनुभवों के आधार पर तैयार किया गया है। उपचार के दौरान डाक्टरों के समक्ष रोजाना नई चुनौतियां पैदा होती रहती हैं जिनका निदान उन्हें करना पड़ता है। ऐसे में प्रश्नों की यह सूची उनका ज्ञानवर्धन करने तथा उन्हें नई जानकारियों उपलब्ध कराने में काफी मददगार होगी।.