सत्रह अगस्त को रात होते-होते एक और बड़ा डेवलपमेंट हुआ है। हालांकि, इस डेवलपमेंट को लोग बहुत ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं क्यों कि तालिबान काबुल के पैलेस से लेकर चौक-चौबारों तक पर काबिज हो चुका है। यह डेवलपमेंट यह है कि अशरफ गनी सरकार मे उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर दिया है।
Clarity: As per d constitution of Afg, in absence, escape, resignation or death of the President the FVP becomes the caretaker President. I am currently inside my country & am the legitimate care taker President. Am reaching out to all leaders to secure their support & consensus.
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 17, 2021
अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट में लिखा है कि अफगानिस्तान के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति की अनुपस्थिति, पलायन, इस्तीफा या मृत्यु की हालत में फर्स्ट वाइस प्रेसिडेंट कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाता है। मैं इस समय अपने देश में हूं और वैध केयरटेकर प्रेसिडेंट हूं। मैं सभी नेताओं से उनके समर्थन और आम सहमति के लिए संपर्क कर रहा हूं। इस ट्वीट से पहले किए गए एक ट्वीट में सलेह ने कहा था कि अफगानिस्तान पर अमेरिकी राष्ट्रपति से बहस करना बेकार है। उन्हें यह सब पचा लेने दें।
हम अफगानियों को यह साबित करना होगा कि अफगानिस्तान वियतनाम नहीं है और तालिबान भी वियनाम के आसपास भी नहीं हैं। हौसला अमेरिका ने खोया है अफगानियों नहीं खोया है और हम अपने सामने अपार संभावनाएं देख रहे हैं। इसी बीच तालिबान के प्रवक्ता जबीहउल्लाह ने काबुल के एक निजी टीवी चैनल को खोलने और महिला कर्मचारियों सहित सभी को काम पर आने का निर्देश दिया। इसके बाद इसी चैनल पर जबीहउल्लाह का इंटरव्यू भी प्रसारित हुआ। जबीउल्लाह ने काबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस प्रेस कान्फ्रेंस में जबीउल्लाह ने कहा महिलाओं को भी सभी अधिकार होंगे लेकिन उन्हें शरिया कानूनों का पालन करना होगा।