इसरो ने देश का मान बढ़ाया है। शनिवार को इसरो को एक और बड़ी सफलता मिली है। तमिलनाडु के महेंद्रगिरि के प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स (IPRC) की टेस्ट फेसिलिटी में 450 सेकंड की अवधि के लिए गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम के सिस्टम डिमॉन्स्ट्रेशन मॉडल (एसडीएम) का पहला हॉट टेस्ट सफलतापूर्वक किया।
इसके अलावा, तमाम मिशन स्थितियों के साथ-साथ ऑफ-नॉमिनल कंडीशंस को अनुकरण करने के लिए हॉट टेस्ट की एक सीरीज की योजना बनाई गई है। इसरो ने बताया कि सर्विस मॉड्यूल (एसएम) गगनयान ऑर्बिटल मॉड्यूल का हिस्सा है और क्रू मॉड्यूल के नीचे स्थित है और री-एंट्री तक इससे जुड़ा रहता है। एसएम प्रोपल्शन सिस्टम में एक यूनीफाइड बाइप्रोपेलेंट सिस्टम होता है। इसमें 440 एन के पांच इंजन हैं और 16 रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (आरसीएस) हैं, जोकि 100 एन के हैं। अभी हाल ही में इसरों बताया था कि ‘गगनयान कार्यक्रम’ के हिस्से के तौर पर पहले मानवरहित अभियान की दिसंबर में शुरुआत नहीं हो सकेगी।
इसरो के अध्यक्ष के शिवन ने बताया था यह (मानव रहित अभियान) अगले वर्ष हो पाएगा। इसरो के बेंगलुरु स्थित मुख्यालय के सूत्रों ने बताया था कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राज्यों में लगे लॉकडाउन के चलते हार्डवेयर की आपूर्ति प्रभावित हुई है। गगनयान कार्यक्रम के तहत मानवयुक्त उड़ान को भेजने से पहले दो मानव रहित उड़ानों को भेजने की योजना है। गगनयान का उद्देश्य चालक दल के तीन लोगों को पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) तक ले जाना, अंतरिक्ष के लिए निर्धारित अनेक गतिविधियों को अंजाम देना और उन्हें पृथ्वी में पूर्वनिर्धारित क्षेत्र में सुरक्षित वापस लाना है।