अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा के बाद कई देश अपने काबुल स्थित दुतावास को बंद करते हुए अपने नागरिकों को वहां से निकाल रहे हैं। अफगान के नागरिक इतने डरे हुए हैं कि वो अपना सबकुछ छोड़कर जा रहे हैं। इस बीच दुनियाभर के सामने सारे सुरों में आलाप लगा रहा तालिबान यह कह रहा है कि वह पहले जैसा अब नहीं है, अब वह पूरी तरह से बदल चुका है। लेकिन सच तो यह है कि तालिबन थोड़ा भी नहीं बदला है, और यहां तक कि पहले से भी और क्रूर हो गया है। एक वीडियो सामने आया है जिसमें तालिबान बंदूक की नोक पर पत्रकार से सगंठन की तारीफ करवा रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद तालिबान की सारी सच्चाई सामने आ गई है।
एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें 'बंदूक की नोंक' पर एक टीवी पत्रकार से जबरन तालिबान की तारीफ करवाई जा रही है। अफगानिस्तान का एक न्यूज एंकर यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि 'डरो मत'! और उसके पीछे स्टूडियो में हथियारबंद उसकी कनपटी पर बंदूक तान कर खड़े हैं। तालिबान का कहना है कि अफगानिस्तान में प्रेस को आजादी देगा। अब सवाल यह है कि कैसे? इसी तरह बंदूक की नोक पर… वहीं, कुछ दिन पहले ही टोलो न्यूज के लिए काम करने वाले एक रिपोर्टर और कैमरामैन को काबुल में बीच सड़क पीटा गया। ये रिपोर्टर देश में फैली गरीबी पर रिपोर्टिंग कर रहा था।
This is surreal. Taliban militants are posing behind this visibly petrified TV host with guns and making him to say that people of #Afghanistan shouldn’t be scared of the Islamic Emirate. Taliban itself is synonymous with fear in the minds of millions. This is just another proof. pic.twitter.com/3lIAdhWC4Q
— Masih Alinejad 🏳️ (@AlinejadMasih) August 29, 2021
अफगानिस्तान में पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं, काबुल और जलालाबाद में पत्रकारों पर हमले हुए। तालिबान के लड़ाकों ने काबुल पर कब्जा करने के बाद से पिछले कुछ हफ्तों में पत्रकारों और उनके रिश्तेदारों के घरों पर छापेमारी की है। तालिबान ने जर्मन मीडिया संगठन डॉयचे वेले (DW) के लिए काम करने वाले एक रिपोर्टर के परिवार के एक सदस्य की भी हत्या कर दी है। वहीं, छह अगस्त को सरकारी सूचना मीडिया केंद्र के निदेशक दावा खान मिनापाल की तालिबान ने गोली मारकर हत्या कर दी। इसकी पुष्टी तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने की थी।