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NCAP क्रैश टेस्ट में Swift को जीरो स्टार मिलने पर Tata Motors ने उड़ाई खिल्ली- ऐसे किया मारुति को ट्रोल

NCAP क्रैश टेस्ट में Swift को जीरो स्टार मिलने पर Tata Motors ने उड़ाई खिल्ली

दुनिया की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की दुनिया-भार के मार्केट में जबरदस्त पकड़ है इसके साथ ही भारतीय बाजार में भी इस कंपनी की अपनी एक अलग पहचान है। लेकिन कंपनी की सबसे पॉपुलर कार स्विफ्ट हैचबैक सेफ्टी के मामले में फिसड्डी निकली है। NCAP ने क्रैश टेस्ट में इस कार को जीरो स्टार दिया था और इसके साथ ही इसमें कई खामियां भी गिनवाई थी। अब टाटा मोटर्स ने मारुति की खिल्ली उड़ाते हुए ट्रोल किया है।

टाटा मोटर्स ने सोशल मीडिया पर इस चीज को हाईलाइट कर मारुति को ट्रोल किया है। कंपनी ने कहा है कि, उसके जरिए बनाई जा रही गाड़ियां आज भी भारतीय सड़कों पर सबसे सुरक्षित कारें हैं। टाटा मोटर्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि, लेटेस्ट NCAP टेस्ट में साफ दिख रहा है कि, Swift’ly को राइड करना सुरक्षित नहीं है। कंपनी ने सीधे तौर पर यहां स्विफ्ट को टारगेट किया जो मारुती की तरफ से एक प्रीमियम हैचबैक है। वहीं गाड़ी के सेल्स आंकड़े भी काफी बेहतरीन हैं।

हालांकि, टाटा मोटर्स कोई पहली बार ट्रोल नहीं कर रहा है बल्कि इससे पहले भी कई बार सेफ्टी स्टैंडर्ड्स के लिए प्रतिद्वंद्वियों पर कटाक्ष किया है। मारुति एस-प्रेसो को लेकर भी ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट में शून्य स्टार रेटिंग मिली थी जिसपर टाटा मोटर्स ने कंपनी को आड़े हाथों लिया था। बदा दें कि, NCAP टेस्ट के अनुसार टाटा मोटर्स भारत में कुछ सबसे सुरक्षित कारों का दावा करती है। इसमें नेक्सॉन, टियागो और अल्ट्रोज जैसी कारें शामिल हैं। इन कारों को ग्लोबल एनसीपी से फाइव-स्टार क्रैश रेटिंग मिली है। जबकि इसकी एंट्री-लेवल पेशकश टियागो ने पहले चार स्टार हासिल किए थे.

स्विफ्ट हैचबैक और फ्रेंच ऑटो दिग्गज रेनॉ की हाल ही में लॉन्च की गई डस्टर एसयूवी ग्लोबल एनसीएपी के दक्षिण अमेरिकी सहयोगी लैटिन एनसीएपी द्वारा किए गए हालिया क्रैश टेस्ट में विफल रही है। स्विफ्ट और डस्टर दोनों क्रैश टेस्ट एजेंसी के लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के लिए न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम के तहत किए गए थे। इन दोनों कारों को जीरो स्टार्स मिले थे।