तालिबान के आतंकी पाकिस्तान के सैनिकों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। पाकिस्तान जहां हर तहर की मदद तालिबान को दे रहा है, वहीं अफानिस्तान के सीमा पर लगातार तालिबानी पाकिस्तान के सेना पर गोलिबारी कर रहे हैं। रविवार को तालिबान की फायरिंग में दो पाकिस्तानी सिपाहियों की जान चली गई। इससे पहले गुरुवार को भी उसने एक पाकिस्तानी सिपाही को मार डाला था।
पाकिस्ता की सरकरा तालिबान के साथ बात कर ही है। उसे हर संभव मदद दे रही है। पाकिस्तान तालिबान के नियंत्रण वाले इलाके में मेडिकल सप्लाई का ऐलान कर रहा है। अफगानिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत मंसूर अहमद खान ने टि्वटर पर बाकायदा इसकी घोषणा की है। मंसूर अहमद खान की घोषणा के मुताबिक वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की मेडिकल सप्लाई को लेकर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का कार्गो विमान इस्लामाबाद से मजार शरीफ जाएगा।
मजार-ए-शरीफ वह शहर है जहां तालिबान ने 14 अगस्त को अपना कब्जा जमा लिया था। मंसूर अहमद खान ने अपनी ट्वीट में लिखा कि अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से यह एक मानवतापूर्ण कदम होगा। अफगानिस्तान में जरूरी चीजों की सप्लाई बेहद अहम है। हालांकि तात्कालिक तौर पर इस बारे में जानकारी नहीं मिल सकी कि यह फ्लाइट अफगानिस्तान में कब लैंड करेगी। इससे पहले आज अमेरिका ने 20 साल के बाद अफगानिस्ता को छोड़ दिया है। अमेरिका के जाने की खुशी में काबुल में तालिबानियों ने गोलिबारी कर के जश्न मनाया।