उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुंदलेखंड को जैविक खेती के रोल मॉडल की तरह विकसित करना चाहते हैं। उन्होंने अधिकारियों से जैविक खेती और जीरो बजट कृषि को आगे बढ़ाने की संभावनाएं तलाशने के लिए कहा है, जो इस क्षेत्र को नई पहचान देगा।
उन्होंने कहा कि फिर बुंदेलखंड की पहचान सूखाग्रस्त पिछड़े इलाके की तरह नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 50 करोड़ रुपये की परियोजनाओं और चित्रकूट संभाग के अन्य विकास कार्यो की समीक्षा की।
इस मौके पर उन्होंने कहा, "वे दिन चले गए, जब चित्रकूट और बांदा जिले को डकैतों से आतंकित जगह माना जाता था। यह समय बुंदलेखंड को विकास के हब के रूप में बदलने का है।"
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चित्रकूट डिफेंस कॉरिडोर के छह नोड्स में से एक है और यह निकट भविष्य में बुंदेलखंड एक्सप्रेस के निर्माण शुरू होने की वजह से विकास का 'गेटवे' बन जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों से क्षेत्र में विकास कार्य को तेजी से करवाने और परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि सभी कार्यो को समय पर पूरा हो जाना चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों और प्रतिनिधियों से सरकार को नई परियोजना के लिए प्रस्ताव दाखिल करने के लिए कहा। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड में नदियों और तालाबों का एक नेटवर्क है और इसे संरक्षित और पुनर्जीवित करने की जरूरत है।.