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संन्यास के बाद अमेरिका जाकर चमके उन्मुक्त चंद, गेंदाबाजों के लिए बने काल

संन्यास के बाद Amrica में जाकर चमके उन्मुक्त चंद

भारत के कभी उभरते हुए सितारे कहे जाने वाले खिलाड़ी उन्मुक्त चंद ने संन्यास ले लिया है। वो अब भारत में नहीं बल्कि अमेरिका में क्रिकेट खेल रहे हैं। बीबीसीआई के नियम के मुताबिक कोई खिलाड़ी अगर संन्यास ले लेता है तभी वो बाहर की लीग में खेल सकता है। उन्मुक्त ने ऐसा ही किया, उन्होंने संन्यास की घोषणा की और वो माइनर क्रिकेट लीग (Minor Cricket League) में सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स के लिए खेल चले गए।

चंद ने यहां अपनी तूफानी बल्लेबाजी की बेहतरीन मिसाल पेश की है। उन्मुक्त ने शिकागो ब्लास्टर्स के लिए खेलते हुए शानदार पारी खेली है और अपनी टीम को जीत दिलाई है। स्ट्राइकर्स को इस मैच को जीतने के लिए 20 ओवरों में 169 रन चाहिए थे। इस लक्ष्य को स्ट्राइकर्स ने महज एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। इसमें उन्मुक्त चंद के अर्धशतक का बड़ा योगदान रहा।

उन्मुक्त ने शेहन जयसूर्या के साथ मिलकर पारी का आगाज किया। स्ट्राइकर्स ने पांचवें ओवर में ही 44 के कुल स्कोर पर जयसूर्या का विकेट खो दिया था। इसके बाद उन्मुक्त चंद ने जिम्मेदारी ली। उन्होंने 63 गेंदों पर 10 चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 90 रन बना टीम को नौ विकेट से जीत दिलाई। इसमें उनका साथ दिया नरसिंह देवनेरन ने। उन्होंने 30 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 51 रनों की पारी खेली।

आपको बता दें कि उन्मुक्त चंद को भारत के बेहतरीन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में गिना जाता था। वह 2012 के अंडर-19 विश्व कप के बाद से अगले विराट कोहली कहे जाने लगे थे। लेकिन वह उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए। घरेलू क्रिकेट से लेकर आईपीएल तक में वह प्रभावित करने में असफल रहे। घरेलू क्रिकेट में वह दिल्ली के लिए खेलते थे लेकिन फिर उन्होंने उत्तराखंड का रुख किया था।