किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है। केंद्रीय कैबिनेट ने साल 2022-23 के सीजन के लिए रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की है। ये फैसला इस समय लिया गया है जब किसान कई महीनों से आंदोलन पर बैठे हैं। केंद्र सरकार ने मार्केटिंग सीजन 2022-23 के लिए रबी फसलों के लिए एमएसपी को मंजूरी दे दी है। भारत सरकार ने गेहूं के समर्थन मूल्य में 40 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। सरकार ने मसूर दाल और सरसों की एमएसपी में 400-400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने रबी फसलों की एमएसपी में उस वक्त बढ़ोतरी की घोषणा की है, जब देश के किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ बीते कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं। किसान संगठनों की मांग की है कि सरकार तीनों नए कृषि कानून को वापस ले। साथ ही वे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी चाहते हैं जबकि सरकार साफ कर चुकी है कि एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा और आज एक बार फिर रबी फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी की घोषणा हो चुकी है।
Union cabinet increases MSP for rabi crops for marketing season 2022-23 pic.twitter.com/Q6JyNBSKm8
— ANI (@ANI) September 8, 2021
केंद्र सरकार की ओर से पिछले कुछ वक्त में अलग-अलग फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी की गई है। सरकार का दावा है कि किसानों को लेकर जो फैसले लिए गए हैं, उससे किसानों की आय दोगुनी करने की ओर एक अहम कदम बढ़ाया जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अनुराग ठाकुर ने रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि गेहूं के समर्थन मूल्य में 40, जौ की एमएसपी में 35, चना में 130, मसूर व सरसों में 400 और सूर्यमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 114 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।