अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा कर लिया है और उसके कुछ दिनों पाकिस्तान का सहारा लेते हुए पंजशीर घाटी पर भी कब्जा कर लिया है, लेकिन पंजशीर के शेर अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह अब भी तालिबानियों के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। इन्हीं दोनों लोगों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है वो यह पाकिस्तान इन दोनों नेताओं का हत्या करना चाहता है। इस बात का खुलासा नॉर्दन अलायंस ने गुरुवार को किया है।
नॉर्दन अलायंस (Northern Resistance Forces) ने अपने एक बयान में कहा है कि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह को 'मारना' चाहता है। बयान में कहा गया है कि, फिलहाल अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह अफगानिस्तान में एक अज्ञात स्थान पर हैं और सुरक्षित हैं। बयान में NRF की ओर से कहा गया कि, मैं केवल इतना कह सकता हूं कि पाकिस्तान अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह को मरना चाहता है।
पाकिस्तान शुरु से ही तालिबान का खुलकर समर्थन कर रहा है, यहां तक की तालिबान के अफगानिस्तान में कब्जा करने में पाकिस्तान और चीन का सबसे बड़ा हाथ हैं। हाला ही में पंजशीर घाटी पर हो हवाई हमला हुआ था वो पाकिस्तान ने किया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि, हिबतुल्ला अखुंदजादा के नेतृत्व वाली सरकार अफगानिस्तान के लोगों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए एक शासन संरचना की आवश्यकता को संबोधित करेगी। मंत्रालय ने आशा व्यक्त की थी कि नई राजनीतिक व्यवस्था युद्ध से तबाह देश में शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए समन्वित प्रयासों के साथ-साथ अफगान लोगों की 'मानवीय और विकास की जरूरतों' की देखभाल करने की दिशा में काम करेगी।
हाल ही में पाकिस्तानी सेना के ड्रोन और हेलीकॉप्टर ने आतंकवादी समूह की पंजशीर में एनआरएफ से लड़ने में सहायता भी की थी। इसके साथ ही अफगानिस्तान में सरकार बनने के दौरान पाकिस्तान के आईएसआई प्रमुख फैज हमीद वहीं पर डेरा जमाए हुए थे। यहां तक की कई रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि पाकिस्तान अपने मन मुताबिक अफगानिस्तान में सरकार बनाने के लिए वहां पर डेरा जमाए हुए है।