भारत के हालातों को लेकर पाकिस्तान अपनी राय पेश करता आया हैं, लेकिन कभी भी अपनी गिरेबान में झांककर नहीं देखा। महंगाई की बात करें तो पाकिस्तान में महंगाई की दर भारत की तुलना में कहीं ज्यादा हैं। इसकी वजह खुद पाकिस्तान की जिद हैं, लेकिन इसका खामियाजा वहां की आवाम उठा रही हैं। पाकिस्तान में लोग महंगाई से कितना परेशान हैं, इसका अंदाजा आप एक कप चाय की कीमत सुनकर लगा सकते हैं।
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बात वहां की करते हैं, जहां पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर रहते हैं। हम बात कर रहे हैं कि रावलपिंडी की, रावलपिंडी में चाय की कीमत पहले 30 रुपए थीं, लेकिन अब 40 रुपए हो गई हैं। जी हां, एक कप चाय के लिए लोग 40 रुपए दे रहे हैं। चाय की कीमत में बढ़ोतरी होने के पीछे चीनी, चायपत्ती, टी बैग्स, दूध और गैस के दामों में इजाफा होना हैं। जिसके चलते चाय की कीमतों को बढ़ा दिया गया हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि दूध के दाम 105 से बढ़कर 120 रुपये प्रति लीटर हो चुके हैं। चाय की कीमत बढ़ने से चाय विक्रताओं के बिजनेस पर खासा असर पड़ा हैं।
लोग जहां एक दिन में 4 से 6 बार चाय पीते थे, वहां लोगों ने 2 से 3 कप कर दिए हैं। इसका सीधा असर कमाई पर पड़ रहा हैं। आपको बता दें कि कुछ समय पहले ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ पाकिस्तान द्वारा इंपोर्ट की गई 28,760 मीट्रिक टन चीनी की एक खेप पाकिस्तान पहुंची थी। इस चीनी के लिए पाकिस्तान ने लगभग 110 रुपये प्रति किलो का भुगतान किया था।
वहीं, पिछले साल जब टीसीपी ने एक लाख टन चीनी का इंपोर्ट किया था तब ये कीमत लगभग 90 रुपये प्रति किलो थी। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान अगर चाहता तो उसे भारत से चीनी काफी कम कीमत में मिल सकती थी। लेकिन पाकिस्तान ने इसी साल अप्रैल में भारत से चीनी के आयात से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान का कहना था कि जब तक भारत जम्मू-कश्मीर में धारा 370 बहाल नहीं करता तब तक पाकिस्तान चीनी और गेहूं जैसे जरूरी सामानों के आयात के लिए भारत को मंजूरी नहीं दे सकता।