भारत ने अग्नि 5 मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है। बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का 27 अक्टूबर 2021 को ओडिशा के डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम आइलैंड पर सफल परीक्षण किया गया है। इसकी रेंज 5000 किलोमीटर है। अग्नि-5 मिसाइल उच्च स्तरीय सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर दूरी तक के लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम है, जिसका परीक्षण बुधवार को किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि अग्नि-पांच का सफल परीक्षण विश्वस्त न्यूनतम प्रतिरोधक क्षमता हासिल करने की भारत की नीति के अनुरूप है। बुधवार शाम 7:50 बजे इस मिसाइल को लांच किया गया।
इस मिसाइल से एशिया के कई शहरों को निशाना बनाया जा सकता है। इंसान औसतन 6 सेकेंड में एक बार पलक झपकाता है। इतनी देर में तो ये मिसाइल करीब 50 किलोमीटर दूर चली जाएगी। अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल परियोजना पर काम एक दशक से अधिक समय पहले शुरू हुआ था। परियोजना की जानकारी रखने वाले लोगों ने कहा कि यह मिसाइल का पहला यूजर ट्रायल है जिसकी जद में चीन का सुदूर उत्तरी हिस्सा आ सकता है।
अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-V ICBM) का वजन 50 हजार किलोग्राम है। यह 17.5 मीटर लंबी है। इसका व्यास 2 मीटर यानी 6.7 फीट है। इसके ऊपर 1500 किलोग्राम वजन का परमाणु हथियार लगाया जा सकता है। इस मिसाइल में तीन स्टेज के रॉकेट बूस्टर हैं जो सॉलिड फ्यूल से उड़ते हैं। इसकी रफ्तार ध्वनि की गति से 24 गुना ज्यादा है। यानी एक सेकेंड में 8.16 किलोमीटर की दूरी तय करती है। यह 29,401 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दुश्मन पर हमला करती है। इसमें रिंग लेजर गाइरोस्कोप इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम, जीपीएस, NavIC सैटेलाइट गाइडेंस सिस्टम लगा हुआ है। अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-V ICBM) अपने निशाने पर सटीकता से हमला करता है। किसी वजह से अगर सटीकता में अंतर आता भी है तो वह 10 से 80 मीटर का ही होगा।
भारत अगर इस मिसाइल को दागता है तो वह पूरे एशिया, यूरोप, अफ्रीका के कुछ हिस्सों तक हमला कर सकता है। इस मिसाइल की सबसे खास बात है इसकी MIRV तकनीक मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल्स)। इस तकनीक में मिसाइल के ऊपर लगाए जाने वॉरहेड (Warhead) में एक हथियार के बजाय कई हथियार लगाए जा सकते हैं। यानी एक मिसाइल एक साथ कई टारगेट पर निशाना लगा सकता है।