घरेलू बाजार में इस वक्त Toyota की एक से बढ़कर एक गाड़ियां उपलब्ध हैं। कंपनी की कई कारें धूम मचा रही हैं। कई कारें अब भी सबसे ज्यादा बिकने वाले कारों में टॉप पर हैं, लेकिन सेफ्टी के मामले में कंपनी एक लग्जरी कार फेल हो गई है, कार लेने वालों के लिए सबसे ज्यादा मायने इसका सेफ्टी रखता है। लेकिन Toyota की एक लग्जरी और सबसे ज्यादा बिकने वाली ये कार NCAP के टेस्टिंग के दौरान बुरी तरह दुर्घटनाग्रस्त हो गई है।
यह भी पढ़ें- अब नहीं कर पाएंगे इस नई SUV की बुकिंग- खासियत ऐसी की खत्म हुआ स्टॉक
लैटिन NCAP ने टोयोटा यारिस के लिए क्रैश टेस्ट रेटिंग जारी की है जिसे सिर्फ एक स्टार मिला है। यारिस ने एडल्ट ऑक्यूपेंट सेफ्टी में 41.43 फीसदी और चाइल्ड ऑक्यूपेंट सेफ्टी में 63.85 फीसदी नंबर हासिल किए। फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट (2019 में टेस्ट की गई यूनिट) में मॉडल ने अनस्टेबल स्ट्रक्चर और अनस्टेबल फुटवेल एरिया की परफॉर्मेंस को दिखाया। साइड इफेक्ट ने टेस्ट के दौरान एक दरवाजा खुल गया। यानी की कार UN95 टेस्ट में फेल हो गई है।
यारिस ने पैदल यात्री सुरक्षा और कमजोर रोड यूजर टेस्ट में 61.63 प्रतिशत और सुरक्षा सहायता टेस्ट में 41.86 प्रतिशत हासिल किए। लैटिन अमेरिकी बाजार के लिए यारिस स्टैंडर्ड के रूप में साइड बॉडी और साइड हेड प्रोटेक्शन एयरबैग की पेशकश नहीं करती है। NCAP के मुताबिक, साइड इफेक्ट में दरवाजा खोलने के लिए टोयोटा द्वारा तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है क्योंकि इससे साइड इफेक्ट के मामले में इजेक्शन का गंभीर खतरा होता है।
लैटिन NCAP के सेक्रेटरी जनरल एलेजांद्रो फुरास ने कहा, यह इस बात से संबंधित है कि टोयोटा मेक्सिको द्वारा किया गया एक फैसला इस नतीजे की खास वजह है लेकिन इसके अलावा स्टैंडर्ड की सेफ्टी टूल के रूप में अभी पेश नहीं करने के फैसला के लिए जिम्मेदार है। इसके नतीजन फैसला, मेन सेफ्टी टूल जैसे साइड बॉडी और साइड कर्टेन एयरबैग सभी लैटिन अमेरिकियों के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
बता दें कि, हाल ही में लैटिन एनसीएपी के लिए न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम ने सुजुकी बलेनो (Maruti Suzuki Baleno) का क्रैश-टेस्ट किया और प्रीमियम हैचबैक सैफ्टी के मामले में फिसड्डी निकली है। यह पिछले दो महीनों में लैटिन एनसीएपी से जीरो रेटिंह पाने वाला दूसरा मेड-इन-इंडिया सुजुकी प्रोडक्ट है। इससे पहले अगस्त में सुजुकी की स्विफ्ट को लैटिन NCAP से जीरे-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी।