इन दिनों लोग बिजनेस के क्षेत्र में काफी तेजी से भार रहे हैं, कई सारे ऐसे व्यवसाय हैं जो छोटे हैं लेकिन मुनाफा ज्यादा देते हैं। इसके साथ ही इन बिजनेस को शुरू करने के लिए ज्यादा पैसी की भी जरूरत नहीं है। यानी की कम पैसे में बिजनेस और हर महीने घर में मोटी इनकम आएगी। केंद्र की मोदी सरकार भी अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने वालों को काफी मदद कर रही है। मुद्रा योजना के तहत बिजनेस के लिए आसानी से कम ब्याज पर बैंक की ओर से लोन मिल जाता है। आज हम बात करेंगे ऐसे बिजनेस के बार में जिसमें लागत को कम है ही साथ ही इसमें इनकम भी जबरदस्त आती है। इसके साथ ही भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी इस बिजनेस के जारी मोटी कमाई कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- कोरोना से डर कर धड़ाम नीचे गिरा शेयर बाजार, निवेशकों के अरबों रुपये डूबे
इन दिनों पोल्ट्री फार्मिंग के क्षेत्र में भी लोग तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आप एक पोल्ट्री फार्म खोल कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। इन दिनों कड़कनाथ चिकन की नस्ल की काफी तेजी से मांग बढ़ रही है। मध्य प्रदेश राज्य के झाबुआ डिस्ट्रिक्ट में ये नस्ल पाई जाती है। और इसका डिमांड तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल राज्यों में काफी ज्यादे हैं और साथ ही यहां पर कई सारे पोल्ट्री फार्म भी हैं। अब धीरे-धीरे कड़कनाथ मुर्गे की डिमांड देश के दूसरे राज्यों में भी तेजी के साथ बढ़ रही है।
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग बिजनेस में मुनाफा होना गारंटी की बात है। कड़कनाथ मुर्गे में भरपूर मात्रा में लौह तत्व, कैल्शियम, विटामिन बी और विटामिन सी भी पाया जाता है। यही वजह है कि इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसको बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओ से भी कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। खासतौर पर छत्तीसगढ़ सरकार सिर्फ 53 हजार रुपए जमा करने पर तीन किस्तें में 1000 चूजे, 30 मुर्गियों के शेड और छह महीने तक मुफ्त दाना उपलब्ध करा रही है। इसके बाद मुर्गे को मार्केट में बेचे जाने तक इसका पूरा देखभाल भी किया जाता है। इसके चूजे का रेट 70-100 रुपए के बीच है, जबकि इसका मांस 1000 रुपए किलो तक बेचा जाता है।
यह भी पढ़ें- 7th Pay Commission: केंद्र सरकार ने बदला महंगाई भत्ते का फार्मूला!
यह इतना लोकप्रिय है कि महेंद्र सिंह धोनी भी अपने फॉर्म हाउस में कड़कनाथ मुर्गो का पालन करते हैं। कहा जाता है कि, धोनी को इस बिजनेस से काफी ज्यादा फायदा पहुंचता है। इसकी फार्मिंग माही अपने रांची स्थित फार्म हाउस में करते हैं। इसके साथ ही उनके फार्म हाउस में डेयरी फॉर्मिंग के लिए साहीवाल नस्ल की गयें भी रखी हैं।