जिंदगी में कलह-कलेश तनाव का कारण बनते है। परिवार में सुख-शांति चली जाती है। बने-बनाए काम बिगड़ जाते है। कई बार तो तरक्की ही रुक जाती है। पैसा आता है पर टिक नहीं पाता। शायद आपको जानकर हैरानी हो पर इनकी वजह वास्तु भी होता है। वास्तु शास्त्र में घर से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम…
वास्तु के अहम नियम
मुख्य द्वार को साफ-सुथरा रखें। यहां रौशनी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। घर में मंदिर स्थापित है तो वहां धूप आदि दें।
रसोई घर को साफ रखें। हमेशा पहली रोटी गौ माता के लिए निकालनी चाहिए। सप्ताह में एक बार गूगल का धुआं करें।
सूखे फूल घर में नहीं रखने चाहिए। मकान में कभी भी 3 दरवाजे एक ही रेखा में नहीं होने चाहिए।
तवे पर रोटी सेंकने से पहले दूध के छींटें मारने चाहिए। घर के दक्षिण-पूर्व दिशा के कोने में हरियाली से परिपूर्ण चित्र लगाना चाहिए।
घर में टूटी-फूटी वस्तुएं, कबाड़ नहीं रखना चाहिए। घर में गोल किनारों के फर्नीचर शुभ माने गए हैं।
घर में टपकने वाले नल नहीं होने चाहिए। तुलसी का पौधा पूर्व दिशा में या पूजा स्थान के पास होना चाहिए।