बेशक पाकिस्तान कितनी बार भी अपने गुणगान कर लें, लेकिन हकीकत सामने आ ही जाती है। अक्सर पाकिस्तान सभी धर्म को मानने की बात करता है, लेकिन इमरान खान के देश में अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार होता है, ये आप इस मामले से समझ सकते है। पाकिस्तान के एक मशहूर बेकरी के कर्मचारी ने केक पर 'मैरी क्रिसमस' लिखने से साफ इनकार कर दिया। इस मामले से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है कि इमरान खान के मुल्क में अल्पसंख्यकों को कोई पसंद नहीं करता, न आवाम और न ही वहां सरकार।
In other wonderful news from islamic republic of Pakistan,Delizia bakery has refused to write Merry Christmas for a Christian customer on their cake because it “goes against their beliefs”.
And here we are getting justice for Priyantha. pic.twitter.com/wSY0KZwlmZ
— toofani-badtameezi (@thesedcat) December 23, 2021
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के इस बेकरी की खूब आलोचना हो रही है। मामले ने जब तूल पकड़ा तो खुद का बचाव करने बेकरी चेन के मैनेजमेंट उतर आए और सफाई में कहा कि वो धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करती। जानकारी के मुताबिक, डीलेजिया बेकरी के प्रबंधन ने सोशल मीडिया पर कहा कि वो ग्राहक सेलेसिया नसीम खान नामक महिला ग्राहक के फेसबुक पोस्ट में लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है। नसीम खान ने आरोप लगाया था कि वह कराची के डिफेंस हाउसिंग सोसाइटी की दुकान से केक लाई थीं लेकिन उसके कर्मचारी ने उसपर 'मेरी क्रिसमस' लिखने से इनकार कर दिया।
An employee of the bakery chain #Delizia in #Pakistan refused to inscribe the words Merry Christmas on cake citing an order from the kitchen. Surprisingly, this isn't the 1st time that the bakery faced backlash over the refusal to do the icing. It cannot be an individual's act pic.twitter.com/e5RD27inXQ
— Being Yakin (@ItsYakin) December 23, 2021
आपको बता दें कि धर्म से जुड़े आहत कर देने वाले मामले अक्सर पाकिस्तान से सामने आते रहते है। इससे पहले हाल ही में कराची से हिंदू मंदिर पर हमला करने की खबर सामने आई थी। जानकारी के मुताबिक कट्टरपंथियों ने इस बार नरियन पोरा हिंदू मंदिर पर हमला किया था। इस दौरान मां दूर्गा के मंदिर में तोड़फोड़ करने के साथ ही मां दूर्गा की मूर्ति के धड़ को तोड़ दिया गया। हिंदूओं को आहत करने के बाद अब ईसाईयों धर्म से जुड़ा ये मामला भी लोगों के बीच रोष पैदा कर रहा है। बेकरी के मैनेजमेंट ने सफाई में कहा कि ये हम आरोपी कर्मी के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। यह उसने व्यक्तिगत हैसियत से किया। इससे कंपनी की नीति का कोई लेना-देना नहीं है।