पिछले साल नवंबर 2020 में सोनू सूद ने अपनी बहन के राजनीति में आने की बात कही थी और अब उनकी बहन राजनीति में शामिल हो चुकी है। मालविका सूद सच्चर पंजाब कांग्रेस का दामन थाम चुकी है। लेकिन अब बस अधिकारिक रूप से ऐलान होना बाकी है। आपको बता दें कि सोनू सूद को भारत निर्वाचन आयोग ने एक साल पहले पंजाब का आइकॉन बनाया था, लेकिन कुछ महीनों बाद उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया था। हालांकि इस पर सफाई देते हुए सोनू सूद ने कहा था कि उन्होंने अपनी इच्छा से वो पद छोड़ा है, क्योंकि उनके परिवार का एक सदस्य आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहा है।
जिसके बाद अब खबर आई है कि उनकी बहन मालविका सूद सच्चर ने पंजाब कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। ऐसे में ज्यादातर लोग ये जानना चाहते है कि आखिर मालविका सूद सच्चर हैं कौन? इससे पहले वे कहां थीं और क्या करती थीं? दरअसल, मालविका सूद सच्च्र तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं। सोनू सूद की सबसे बड़ी बहन मोनिका शर्मा फार्मास्युटिकल सेक्टर से जुड़ी हुई हैं और अमेरिक में रहती हैं। वहीं उनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। सबसे छोटी मालविका कंप्यूटर इंजीनियर है औऱ मोगा शहर में रहती है। वो काफी समय से सामाजिक कार्य कर रही हैं।
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मालविका जरूरतमंद छात्रों को मुफ्त में अंग्रेजी पढ़ाती हैं। लॉकडाउन के दौरान मालविका ने गरीब छात्रों के लिए मुफ्त ऑनलाइन क्लासेज चलायी थी। कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से सोनू सूद की मुलाकात के बाद से ही उनके राजनीति में उतरने के कयास लगाए जा रहे थे। इसके बाद सोनू सूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि उनकी बहन मालविका और उनका परिवार अगले कुछ दिनों में चुनाव की रणनीति के साथ-साथ पार्टी का एलान करेंगे। इससे पहले एक निजी इंटरव्यू में सोनू सूद ने खुलासा किया था कि उन्हें दो पार्टियों की तरफ से राज्यसभा की सीट ऑफर की गई थी लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।