देश में इस वक्त कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। हालांकि, इस वक्त मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है और नया वेरिएंट ओमीक्रॉन बाकी वेरिएंट के मुकाबले काफी कमजोर है जिसके चलते राज्य सरकारें धीरे-धीरे पाबंदियां हटा रही हैं। इस बीच बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर अब फाइजर और बायोएनटेक ने आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मांग की है।
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मंगलवार को दोनों दवा कंपवनियों फाइजर और बायोएनटेक ने कहा कि, फाइजर इंक और बायोएनटेक एसई ने आज घोषणा की कि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के अनुरोध के बाद कंपनियों ने फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) में बदलाव करने के लिए एक रोलिंग सबमिशन शुरू किया है। दोनों दवा कंपनियां 6 महीने से 4 साल की उम्र तक के बच्चों के लिए अपने कोविड-19 वैक्सीन की आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मांग की है
दवां कंपनियों ने कहा कि, इस आबादी में तत्काल सार्वजनिक स्वास्थ्य की जरूरत के हिसाब से 6 महीने से 4 साल की उम्र के बच्चों (6 महीने से 5 साल की उम्र तक) के लिए इजाजत दी जाती है, तो फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए उपलब्ध पहला COVID-19 वैक्सीन होगा। इसके आगे दोनों ने कहा कि, उन्हें आने वाले दिनों में ईयूए सबमिशन के पूरी होने की उम्मीद है।
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फाइजर के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अल्बर्ट बौर्ला ने कहा है कि, कोविडा-19 के कारण 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या बढ़ गई है। FDA के साथ हमारा पारस्परिक लक्ष्य भविष्य के विभिन्न प्रकार के वेरिएंट के लिए वैक्सीन तैयार करना है और माता-पिता के लिए बच्चों को इस वायरस से बचाने में मदद का विकल्प प्रदान करना है। अगर मंजूरी मिल जाती है तो यह बेहद ही राहत होगी। क्योंकि, अब तक इस उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं आई है।