इस वक्त दुनिया में कई देशों के हालात ठीक नहीं चल रहे हैं। इन देशों के बीच युद्ध के हालात बने हुए हैं। इनमें से एक है रूस और यूक्रेन (Russia Ukraine Conflict)। यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस ने अपनी रणनीति में तेजी ला दी है जिसके बाद अमेरिका ने यूक्रेन में अपने दूतावास को खाली करने के लिए कहा है। इसके साथ ही यूएस ने यूक्रेन में 3000और अमेरिकी सैनिकों को भेजा है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि, विदेश मंत्रालय जल्द ही यह घोषणा करने वाला है कि रूसी आक्रमण की आशंका के मद्देनजर कीव दूतावास के सभी अमेरिकी कर्माचरियों को पहले ही देश छोड़ना होगा।
Also Read: Imran khan की कुर्सी जानी तय! चीन के इशारों पर नाचते हुए, फिर अमेरिका से ले बैठे पंगा
विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। मंत्रालय ने पहले यूक्रेन में अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों के परिवारों को देश छोड़ने का आदेश दिया था। इससे अलावा गैर-आवश्यक कर्मियों से कहा गया था कि वे वहां से प्रस्थान करना चाहते हैं या नहीं, यह उनके उपर निर्भर है। नया कदम ऐसे वक्त में आया है जब अमेरिका ने यूक्रेन पर संभावित रूसी आक्रमण के बारे में अपनी चेतावनियों को बढ़ा दिया है।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो बिना नाम बताने के शर्त पर अधिकारियों ने कहा है कि, सीमित संख्या में अमेरिकी राजनयिकों को यूक्रेन के सुदूर पश्चिम में नाटो के सहयोगी पोलैंड के साथ लगती सीमा के पास स्थानांतरित किया जा सकता है, ताकि देश में अमेरिका की राजनयिक उपस्थिति बरकरार रखी जा सके। इसके साथ ही उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) सहयोगियों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए पेंटागन पोलैंड में और 3,000सैन्य बलों को भेज रहा है।
पोलैंड में 1,700 सैनिक पहले से ही तैनत हैं। अगले कुछ सप्ताह में ये 3 हजार सैनिक रवाना हो जाएंगे। इन सैनिकों का मिशन प्रशिक्षण देना होगा औऱ हमले को रोकना होगा, लेकिन वे यूक्रेन में लड़ाई में शामिल नहीं होंगे। वहीं, इस घोषणा से कुछ देर पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेल सुलिवन ने यूक्रेन में रह रहे सभी अमेरिकी नागरिकों को सचेत किया था कि वे जल्द से जल्द वहां से निकल जाएं। उन्होंने कहा कि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर हमले का आदेश कभी भी दे सकते हैं।