उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आज मतदान का आखिरी दिन है लेकिन राजनीतिक पार्टियों में अब भी माहौल गरम है। जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ से सपा गठबंधन के प्रत्याशी अब्बास अंसारी एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने सिधा कहा है कि, एक मोटी लिस्ट तैयार की गई और इसमें अधिकारियों का बहीखाता है जो सपा की सरकार आने पर इनसे हिसाब किया जाएगा।
अपने एक बयान में उन्होंने इसका मतलब समझाते हुए कहा कि, इसकी जांच की जाएगी कि किन अधिकारियों ने कानून का पालन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक मोटी लिस्ट तैयार की गई है। दरअसल, यह बात उन्होंने टीवी चैनल एबीपी गंगा से बातचीत के दौरान कहा। अफसरों से हिसाब-किताब को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अब्बास ने कहा, हिसाब-किताब बेशक होगा। स्क्रूटनी तो हर जगह होनी चाहिए। मैं अपने सभी इलेक्शन एजेंट की स्क्रूटनी करूंगा। जब मैं अखिलेश भैया के पास जाऊंगा तो वह मेरी स्क्रूटनी करेंगे। उसी तरह जब कानून का राज स्थापित होगा तो कानून के पद पर बैठे जिम्मेदारों ने जिस कानून की किताब को ताक पर रखा है, उसे फिर लागू किया जाएगा। लागू कराकर सबकी जांच की जाएगी। जो गलत पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई कराकर नजीर पेश की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से माफियाओं पर जमकर शिकंजा कसा जा रहा है। इसमें कई कुख्यात बदमाशों को मार गिराया गया है। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी पर भी योगी सरकार सख्त होते हुए उनके कई अवैध मकानों, होटलों और कारोबारों पर बुलडोजर चला दी और यह सिलसिला अब भी जारी है। इसी के आधार पर अब्बास ने कहा होगा कि, आपकी सरकार आई घर गिरा दीजिए, मोरी सरकार आई घर गिरा दीजिए तो घर बचेंगे कहां। उन्होंने कहा कि, सरकारें घर बनाने के लिए आती हैं। घर में लोगों को डराने के लिए नहीं। कानून का राज जरूरी है, हिसाब किताब जब तक नहीं होगा, तब तक पता कैसे चलेगा कि गलती कहां होगी। जिनके घर गिराए गए हैं, उनके कागज मौजूद थे। राजनीतिक द्वेष की वजह से लोगों के घर गिराए गए। क्या ऐसे अफसरों की कोई सूची बनाई है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, बहुत मोटी लिस्ट है। टॉप टु बॉटम। जब गलती ऊपर वाला शुरू करता है तो नीचे तक जाता है। पूरा पिरामिड ठीक करना पड़ेगा।