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हिंदू लड़की ने जबरन निकाह से किया इंकार तो दंरिदों ने सिर में मार दी गोली

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पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे है। एक बार फिर रोंगटे खड़े कर देने का मामला सामने आया है। पाकिस्तान में 18 साल की हिंदू लड़की ने जबरन निकाह से इंकार किया तो बदमाशों ने उसके सिर पर गोली मार दी। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,  पाकिस्तान के सिंध के रोही सुक्कूर में बदमाशों ने पहले हिंदू लड़की का अपहरण करने की कोशिश की, लेकिन जब युवती ने इसका विरोध किया था तो आरोपी ने बीच रास्ते में उसे गोली मार दी और मौके से फरार हो गए।

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पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी वाहिद बख्श लशारी को हथियार समेत गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी वाहिद बख्श पूजा से शादी करना चाहता था। लड़की के परिवार वालों की मानें तो आरोपी पिछले कई महीनों से पूजा को परेशान कर रहा था। कई बार वो जबरदस्ती घर में घुसकर धमकी में दे चुका है, जिसके बाद परिवार वालों ने पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। घटना के बाद परिजनों ने शव को नेशनल हाइवे पर रख विरोध प्रदर्शन भी किया।  अमेरिका में सिंधी फाउंडेशन की रिपोर्ट की मानें तो, सिंध प्रांत में हर साल करीब 1,000 हिंदू लड़कियों का अपहरण किया जाता है। उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है। इसके बाद मुस्लिमों से शादी करवा दी जाती है।

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गौरतलब है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक पर लगातार अत्याचार के मामले सामने आते रहते हैं। पाकिस्तान में सिंध प्रांत में सबसे ज्यादा हिंदू आबादी है। यहां वे मुस्लिमों के साथ अपनी संस्कृति और भाषा को साझा करते हैं। यह बात सिंध प्रांत के कट्टरपंथियों के बहुत ज्यादा खलती है और वह वे सिंध प्रांत से हिंदू महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करते हैं। पाकिस्तान सरकार के आंकड़ों के मुताबिक देश में 75 लाख हिंदू रहते हैं। वहीं हिंदू समुदाय का कहना है कि उनकी आबादी 90 लाख है। पीपुल्स कमीशन फॉर माइनॉरिटी राइट्स और सेंटर फॉर सोशल जस्टिस का दावा है कि साल 2013 से 2019 के बीच में जबरन धर्मांतरण के 156 मामले दर्ज किए गए हैं। 2019 में सिंध सरकार ने जबरन धर्मांतरण और दूसरी शादी के खिलाफ बिल लाने का प्रयास किया था, लेकिन पाकिस्तान के कट्टरपंथियों ने इस बिल का विरोध किया था।