उत्तर प्रदेश की राजनीति में पिछले 37 साल से किसी भी लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी नहीं हुई थी। ऐसा कारनामा करने वाली सीएम योगी हैं जिन्होंने 37 साल बाद लगातार दूसरी बार सीएम पद का शपथ लेकर इतिहास रच दिया है। शपथ ग्रहण से पहले गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर से लेकर वाराणसी और प्रदेश के दूसरे मंदिरों में भाजपा समर्थकों ने विशेष पूजा अर्चाना की।
उत्तर प्रदेश के हजारों मंदिरों में सीएम योगी के लिए पूजा-अर्चाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 50 से अधिक मेहमानों की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदी बेनन पटेल ने योगी आदित्यनाथ को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रदेश भाजपा महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत देश भर के गणमान्य मेहमानों के अलावा 70 हजार कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। प्रदेश भर में मंदिरों में लोक कल्याण की कामना के साथ हवन पूजन करके कार्यकर्ता शपथ ग्रहण समारोह के लिए निकले हैं। उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण का यह आयोजन राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। जिलों से मिल रही खबरों के अनुसार शपथ ग्रहण से पहले शुक्रवार की सुबह 8 से 9 बजे के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य भर के मंदिरों में जाकर लोक कल्याण के लिए पूजा अर्चना की। भाजपा के सांगठनिक 27 हजार शक्ति केंद्रों के स्तर पर कार्यकर्ताओं को पार्टी ने यह जिम्मेदारी सौंपी थी।
गोरखनाथ से लेकर काशी विश्वनाथ धाम तक में योगी के लिए मांगी गईं कामनाएं
गोरक्षपीठाधीश्वर, महंत योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी महाराज जी ने विशेष पूजा और आरती की। उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में आदित्यनाथ के सुयशपूर्ण कार्यकाल की कामना की। वहीं वाराणसी में योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से पहले वाराणसी में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कई मंदिरों में पूजा अर्चना कर सरकार के लिए आशीर्वाद मांगा। नमामि गंगे के पदाधिकारियों ने काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ मां गंगा का दूध से अभिषेक कर आरती की। नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि, हमने मां गंगा की आरती कर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के उत्तम भविष्य के लिए प्रार्थना की।
37 साल बाद लगातार दूसरी सीएम बनने का रिकर्ड, किसी सीएम की वापसी
बता दें कि, उत्तर प्रदेश की राजनीति में पिछले 37 साल से किसी भी लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी नहीं हुई थी। ऐसा कारनामा करने वाली सीएम योगी हैं जिन्होंने 37 साल बाद लगातार दूसरी बार सीएम पद का शपथ लेकर इतिहास रच दिया है। उनसे पहले कांग्रेस पार्टी के नारायण दत्त तिवारी ने 1985 में यह कारनामा किया था। वह अविभाजित यूपी के सीएम थे और लगातार दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। एनडी तिवारी के कार्यकाल के बाद कोई और सीएम सत्ता में वापसी में कामयाब नहीं हुआ था।
उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी करने वाले पांचवें सीएम
इसके साथ ही एनडी तिवारी से पहले तीन अन्य मुख्यमंत्री भी सत्ता में वापसी कर चुके थे। 1957 में संपूर्णानंद, 1962 में चंद्रभानु गुप्ता और 1974 में हेमवती नंदन बहुगुणा लगातार दो बार मुख्यमंत्री बनने में सफल रहे थे। योगी यूपी के 5वें सीएम हैं उन्होंने लगातार दूसरी बार सत्ता संभाली है।