पाकिस्तान में इमरान खान सरकार बचेगी या जाएगी, इसका फैसला आज हो जाएगा। पाक की नेशनल असेंबली में रविवार सुबह 11.30 बजे अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही शुरू होगी। अविश्वास प्रस्ताव पर अहम मतदान से एक दिन पहले मुल्क में खूब गहमागहमी देखने को मिली। जहां एक तफ पाकिस्तान की सड़कों पर इमरान के 'टाइगर्स' यानी उनके समर्थक हार की आशंका से बौखलाते हुए नजर आए तो वहीं पाक पीएम इमरान खान युवाओं को भड़काते दिखे। राजनीति विशेषज्ञों की मानें तो इमरान खान की सत्ता छिन जाएगी और उन्हें जल्द ही पीएम पद से इस्तीफा देना ही पडे़गा।
वहीं अपनी सरकार पर खतरे को देखते हुए इमरान खान ने कल यानी 2 अप्रैल को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फॉर्मूला अपनाने की कोशिश की। इमरान खान ने इसे देश के 'भविष्य के लिए युद्ध' करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान निर्णायक मोड़ पर खड़ा है। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे पाकिस्तान सेना की आलोचना करने के बजाए देश के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने वाली विदेशी ताकतों के खिलाफ प्रदर्शन करें। उन्होंने यह भी दावा किया कि अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग को लेकर उनके पास एक से ज्यादा योजनाएं हैं।
इमरान खान ने कहा- 'पाकिस्तान की राजनीति एक ऐसे बिंदु पर पहुंच गई है, जहां देश के लोगों को एक फैसला करना होगा। इस समय सरकार के खिलाफ एक षड्यंत्र चल रहा है और यह साबित हो गया है कि सरकार को अपदस्थ करने के लिए बकरों की तरह नेता खरीदे जा रहे हैं। विदेश में यह साजिश रची गई और पाकिस्तान के कुछ नेता इन लोगों की मदद कर रहे हैं। पाक पीएम ने कहा- 'आधिकारिक दस्तावेज कहते हैं कि अगर आप इमरान खान को हटा देते हैं, तो अमेरिका के साथ आपके संबंध बेहतर हो जाएंगे।' उन्होंने कहा कि वह राष्ट्र को 'धोखा' देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।
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इमरान खान ने युवाओं से कहा- ''मैं चाहता हूं कि आप बाहर निकलें और आज और कल प्रदर्शन करें। शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के लिए बाहर निकलें।' सूत्रों के मानें तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इन हिंसक प्रदर्शनों के जरिए अपने खिलाफ पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग रोकना चाहते हैं। हालांकि, नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर और पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल खालिद जावेद खान साफ कर चुके हैं कि सरकार किसी भी सूरत में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं रुकवा सकती, क्योंकि पाकिस्तान का संविधान इसकी इजाजत नहीं देता।