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दिल्ली विधानसभा की समिति न्यूज क्लिक के संपादक, ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक से पूछताछ करेगी

दिल्ली विधानसभा की समिति न्यूज क्लिक के संपादक, ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक से पूछताछ करेगी

दिल्ली विधानसभा की शांति और सौहार्द संबंधी समिति ऑनलाइन न्यूज पोर्टल न्यूज क्लिक के संपादक प्रदीप पुरकायस्थ और ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा से सोमवार को पूछताछ करेगी। हानिकारक सामग्री से निपटने के लिए कथित निष्क्रियता के लिए फेसबुक के खिलाफ अपनी कार्यवाही जारी रखते हुए समिति ऐसा करेगी।

स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव और दिल्ली हिंसा सहित विभिन्न उदाहरणों पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के आचरण के खिलाफ आरोपों के मद्देनजर राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाली समिति की पिछली कार्यवाही को जारी रखने का निर्णय लिया गया। समिति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के खिलाफ शिकायतों में उठाए गए आरोपों और गंभीर चिंता के मुद्दों के मद्देनजर कुछ और गवाहों को बुलाने का फैसला किया है।

संबंधित कार्यवाही को पूरा करने के लिए समिति ने सोमवार को समिति के समक्ष पेश होने के लिए पुरकायस्थ और सिन्हा को एक औपचारिक नोटिस भेजा है। शिकायतों के निराकरण के लिए और इस मुद्दे पर शीघ्र संज्ञान लेने के उद्देश्य से, समिति ने अपनी पिछली बैठकों में कुछ स्वतंत्र और विशेषज्ञ गवाहों से पूछताछ की, जो फेसबुक के खिलाफ शिकायतों में निर्धारित गंभीर सार्वजनिक महत्व के मुद्दों से संबंधित थे।

समिति ने अपने अध्यक्ष राघव चड्ढा के माध्यम से मीडिया को कार्यवाही में शामिल करने के लिए आमंत्रित करने और पारदर्शिता दर्शाने के लिए ज्यादा लोगों तक पहुंच के साथ पूरी कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग करने का निर्णय लिया है।

इस प्रकार सोमवार को समिति की कार्यवाही को भी लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। दिल्ली हिंसा के बाद विधानसभा ने शांति और सौहार्द पर समिति का गठन किया था। इसने कई शिकायतें प्राप्त की हैं, जिसमें कहा गया है कि फेसबुक ने अपने मंच से भावनाओं को आहत करने वाली सामग्री को नहीं हटाया। समिति ने गवाहों को बुलाकर अपने पहले दौर की कार्यवाही शुरू की, जिसमें प्रख्यात पत्रकार और लेखक परंजॉय गुहा ठाकुरता, डिजिटल राइट्स एक्टिविस्ट और पत्रकार निखिल पाहवा शामिल थे।

समिति ने फेसबुक के अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों का संज्ञान लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ऐसे आरोपों पर आलोचना का सामना करना पड़ा है कि यह भारत में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का पक्षधर है। जबकि फेसबुक एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अपने स्वयं के व्यावसायिक लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में जोर देता रहा है। समिति इस बात की भी जांच कर रही है कि इस साल की शुरुआत में हुई दिल्ली हिंसा में क्या फेसबुक के अधिकारियों की कोई भूमिका है?.