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ट्रंप VS बाइडन: न्यूयॉर्क पोस्ट के लेख को फेसबुक, ट्विटर पर रोकने से मचा राजनीतिक तूफान

ट्रंप VS बाइडन: न्यूयॉर्क पोस्ट के लेख को फेसबुक, ट्विटर पर रोकने से मचा राजनीतिक तूफान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन की आलोचना करने वाले न्यूयॉर्क पोस्ट के एक लेख को प्रतिबंधित करने पर फेसबुक और ट्विटर को फटकार लगाई है। न्यूयॉर्क पोस्ट ने बुधवार को ईमेल्स का हवाला देते हुए खबरों की एक श्रृंखला प्रकाशित की थी। बताया जा रहा है कि इन ई-मेल्स को कथित तौर पर जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन  ने भेजा था।

फेसबुक और ट्विटर की कार्रवाई से अमेरिका में राजनीतिक तूफान मच गया। इसे लेकर ट्रंप ने ट्वीट किया कि यह "इतना भयानक था कि फेसबुक और ट्विटर को इस खबर पर प्रतिबंध लगाना पड़ा।"

इसके अलावा ट्विटर ने व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायले मैकनी के निजी खाते को बंद कर दिया है। बाइडन के बेटे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए एक खबर को साझा करने के प्रेस सचिव के काम के मद्देनजर यह कदम उठाया गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसको लेकर भी ट्विटर की आलोचना की।

न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर में एक यूक्रेनी ऊर्जा कंपनी के साथ डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन का वित्तीय लेनदेन होने का अपुष्ट आरोप लगाया गया है। यह खबर हंटर बाइडन के कथित ई-मेल्स पर आधारित थी। जिसे एक लैपटॉप से पुनर्प्राप्त किया गया था और कथित तौर पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वकील रूडी गिउलिआनी को दिया गया था।

न्यूयॉर्क पोस्ट की खबरों में दावा किया गया है कि उन्हें यह मेल ट्रंप के निजी वकील रूडी गिउलिआनी और ट्रंप के पूर्व सलाहकार स्टीव बैनन से मिले हैं।

बाद में फेसबुक ने इस खबर को फैलने से रोक दिया। जबकि इसे कुछ ही देर में फेसबुक पर लगभग 6 लाख बार लाइक और शेयर किया गया और इस पर कमेंट किए गए थे।

वहीं ट्विटर ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए उपयोगकर्ताओं को न्यूयॉर्क पोस्ट की स्टोरी के मेल की तस्वीरें या लिंक को पोस्ट करने से रोक दिया। साथ ही हवाला दिया कि "हैकिंग के जरिए प्राप्त की गईं निजी जानकारी वाली सामग्री को साझा करना हमारे नियमों के खिलाफ है।"

ट्विटर ने कहा कि "लेखों में शामिल चित्रों में व्यक्तिगत और निजी जानकारी दी गई है – जैसे ईमेल पते और फोन नंबर आदि। ऐसी जानकारियों को साझा करना हमारे नियमों का उल्लंघन करना है।"

हालांकि, ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने स्वीकार किया कंपनी का इसे प्रतिबंधित करने को लेकर किया गया संवाद सही नहीं था।

उन्होंने ट्वीट किया, "न्यूयॉर्क पोस्ट के लेख को लेकर उठाए गए हमारे कदम के बारे में संचार बहुत अच्छा नहीं था। वहीं ट्वीट या डायरेक्ट मैसेज के जरिए यूआरएल साझा करने से रोकना अस्वीकार्य है।"

बता दें कि ट्विटर और फेसबुक चुनाव से संबंधित झूठे दावों और हेरफेर को लेकर खबरें प्रसारित करने को रोकने के लिए खासे आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं।.