बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022का दूसरा दिन भारत के लिए काफी शानदार रहा। भारत के खाते में शुरुआत संकेत के सिल्वर मेडल से हुई और मिराबाई चानू ने देश को गोल्ड दिला कर पूरे देशवासियों का सिर गर्व से चौड़ा कर दिया। भारतीय वेटलिफ्टरों ने अपनी ताकत दिखाते हुए चारों इवेंट्स में मेडल हासिल किए। कुल मिलाकर दूसरे दिन भारत के खाते में 4मेडल आए। वेटलिफ्टिंग में दिन के आखिरी इवेंट में भारत की बिंदियारानी देवी ने अपना दमखम दिखाते हुए भारत के लिए सिल्वर मेडल जीत लिया। उन्होंने 55किलोग्राम भारवर्ग में स्नैच में 86किलो का वजन और क्लीन एंड जर्क राउंड में 116किलो का वजन उठाया। कुल 202किलो वजन उठाने के साथ ही बिंदियारानी ने रजत पदक अपने नाम किया।
बिंदियारानी से पहले मीराबाई चानू ने 49किलो भारवर्ग में स्वर्ण, जबकि पुरुषों में संकेत सरगर ने 55किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक और गुरुराजा पुजारी ने 61किलोग्राम भारवर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया था। शनिवार 30जुलाई की शुरुआत भारत ने अपने पहले मेडल के साथ की थी। वेटलिफ्टिंग में संकेत सरगर ने देश के लिए इन गेम्स में पहला मेडल जीता। इसके बाद दिन का अंत एक और युवा वेटलिफ्टर की सफलता के साथ हुआ। 23साल की बिंदियारानी ने महिलाओं के 55किलोग्राम वर्ग में कुल 202किलोग्राम वजन के साथ सिल्वर मेडल जीतकर देश को चौथी सफलता दिलाई।
बता दें कि, बिंदियारानी पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने, स्नैच में अच्छी शुरुआत करते हुए पहले प्रयास में ही 81 किलोग्राम वजन उठा दिया था। इसके बाद दो प्रयासों में 84 और 86 किलो वजन उठाया, जिसने उन्हें इस राउंड के बाद तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया था। पहले पर नाइजीरिया और दूसरे पर मेजबान इंग्लैंड की लिफ्टर थीं, जिन्होंने क्रमशः 92 और 89 किलो के सर्वश्रेष्ठ वजन उठाए थे। इस राउंड के साथ ही बिंदिया का मेडल नजर आने लगा था, लेकिन क्लीन एंड जर्क राउंड बाकी था। इस राउंड में बिंदिया ने असली कमाल दिखाया। उन्होंने इस राउंड में किसी भी वेटलिफ्टर की तुलना में सबसे ज्यादा वजन उठाया। बिंदिया ने 110 किलो के साथ सफल शुरुआत की, लेकिन दूसरे प्रयास में 114 किलो उठाने में नाकाम रही। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। इस वक्त तक वह तीसरे स्थान पर थी। बिंदिया ने 114 की नाकामी के बावजूद 116 किलो वजन तय किया और बिना किसी परेशानी के इसे उठाते हुए इंग्लैंड की लिफ्टर को पीछे छोड़ते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया। नाइजीरिया की अदिजात ओलारिनोय ने सिर्फ एक किलो ज्यादा, 203 किलोग्राम के साथ गोल्ड जीता, जबकि 198 के साथ इंग्लैंड की फ्रेयर मोरो तीसरे स्थान पर रही।