बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022में भारत के वेटलिफ्टिंग के मेडल जीतने का सिलसिला जारी है। इस बीच कॉमनवेल्थ गेम्स में चमकता सितारा बना हुए भारत की तरफ से अब गुरदीप सिंह ने भी अपना नाम मेडल विजेता लिफ्टरों की लिस्ट में लिखवा दिया है। गुरदीप सिंह ने बुधवार 3अगस्त को 109किलोग्राम से ज्यादा वजन की कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया। उन्होंने 390किलो वजन उठाया और भारत की झोली में 17वां मेडल डाला।
3अगस्त का वह शानदार दिन जब लवप्रीत सिंह के ब्रॉन्ज मेडल के बाद देर रात गुरदीप ने भी भारतीय झोली में एक और मेडल डाला। 26साल के भारतीय वेटलिफ्टर ने स्नैच में 167के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ क्लीन एंड जर्क राउंड में प्रवेश किया था। इसके बाद क्लीन एंड जर्क में उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 223किलो का वजन उठाया। इस तरह कुल 390के साथ वह ब्रॉन्ज मेडल पोजिशन में पहुंचे।
भारत का बेहतरीन प्रदर्शन
मालूम हो, वेटलिफ्टिंग में भारत का 10वां मेडल रहा। इसमें 3गोल्ड, 3सिल्वर और 4ब्रॉन्ज हैं. इस तरह बर्मिंघम गेम्स में वेटलिफ्टिंग में सबसे ज्यादा मेडल के साथ भारत नंबर एक पर रहा। इस तरह बर्मिंघम गेम्स में वेटलिफ्टिंग में सबसे ज्यादा मेडल के साथ भारत नंबर एक पर रहा। भारत ने इस प्रदर्शन के साथ 2018के गोल्ड कोस्ट के 9मेडल को भी पार कर लिया। हालांकि, 4साल पहले भारत ने 5गोल्ड जीते थे।
खराब शुरुआत के बाद दिखाया कमाल
बर्मिंघम में वेटलिफ्टिंग के इस आखिरी इवेंट में गुरदीप की शुरूआत कुछ खास नहीं रही थी। उन्होंने दूसरे प्रयास में 167 किलो उठाया लेकिन तीसरे प्रयास में 173 किलो नहीं उठा सके। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 207 किलो के साथ शुरूआत की लेकिन 215 किलो का दूसरा प्रयास नाकाम रहा। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने तीसरे प्रयास में वजन बढाकर 223 किलो किया और इसे सफलतापूर्वक उठाकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया।