बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022में भारत का बेहद शानदार प्रदर्शन रहा है। इस साल विदेशी सरजमी पर हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने कुल 61पदक अपने नाम किए। इनमें 22स्वर्ण, 16रजत जबकि 23कांस्य पदक शामिल हैं। इस दौरान भारत को सबसे ज्यादा मेडल कुश्ती और वेटलिफ्टिंग में मिले हैं। जहां भारतीय पहलवानों ने कुश्ती में 12पदक दिलाए हैं तो वहीं वेटलिफ्टर्स ने 10मेडल झोली में डाले हैं। जबकि, बॉक्सिंग में भारत ने 7पदक अपने नाम किये हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको उन सभी गोल्ड मेडल विनर खिलाड़ियों के लिस्ट के बारे में बताएंगे जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022में गोल्ड हासिल का न केवल अपना नाम बल्कि देश का नाम भी गर्व से ऊंचा किया है।
ये रहे गोल्ड मेडल पर कब्जा करने वाले भारतीय खिलाड़ी…
1. मीराबाई चानू- गोल्ड मेडल (वेटलिफ्टिंग 49 KG)
भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने बीते पांच सालों के अंदर लगातार तीसरे बड़े इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। टोक्यो ओलंपिक 2020में सिल्वर मेडल का खिताब अपने नाम करने वाली चानू ने लगातार दूसरी बार कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स की भारोत्तोलन प्रतियोगिता की महिला 49किग्रा स्पर्धा में दबदबा बनाते हुए अपना खिताब बरकरार रखा और भारत को बर्मिंघम खेलों का पहला गोल्ड मेडल दिलाया।
2.जेरेमी लालरिनुंगा – गोल्ड मेडल (वेटलिफ्टिंग 67 KG)
जेरेमी लालरिनुंगा ने चार साल के भीतर तीसरी बार तिरंगे की शान बढ़ाई है। उन्होंने साल 2018युवा ओलंपिक में गोल्ड मेडल के अलावा पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सोना जीता था। अब उनसे पेरिस ओलंपिक 2024में गोल्ड मेडल की उम्मीद है। वहीं रिसेंटली भारत के युवा वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा ने पुरुषों के 61किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022में यह भारत का 5वां मेडल है।
3.अचिंता शेउली- गोल्ड मेडल (वेटलिफ्टिंग 73 KG)
पूरी दुनिया में भारत का नाम गर्व से ऊंचा कर देने वाले अचिंता शेउली का जबलपुर से गहरा नाता है। पश्चिम बंगाल के रहने वाले अचिंता सेना में हवलदार के पद पर जबलपुर के 1सिंगल ट्रेनिंग सेंटर (1 STC) में पदस्थ है। अचिंता शेउली ने पुरूषों के 73किलोवर्ग में नये रिकॉर्ड के साथ बाजी मारकर गोल्ड मेडल जीतते ही इतिहास रच दिया। पश्चिम बंगाल के 20साल के अचिंता शेउली ने स्नैच में 143किलो वजन उठाया, जो राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड है।अचिंता से पहले इतना वजन किसी ने नहीं उठाया था। उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 170किलो समेत कुल 313किलो वजन उठाकर राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
4. सुधीर- गोल्ड मेडल (पैरा पावरलिफ्टिंग)
28वर्षीय सुधीर हरियाणा के सोनीपत के रहे वाले हैं और उनका जन्म क किसान परिवार में हुआ था। सुधीर को महज चार साल की उम्र में पोलियो हो गया था। लेकिन, उन्होंने इसे अपने संकल्प के आड़े नहीं आने दिया। सुधीर को खेलों में रुचि थी, जिसके कारण उन्हें भारोत्तोलन में रुचि हुई। साल 2013में सुधीर ने अपने खेल करियर की शुरुआत की और 2016में अपने पहले नेशनल में गोल्ड मेडल जीता। सुधीर ने 2018में एशियाई पैरा गेम्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया और ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। जिसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स 2022में भारत के सुधीर ने गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने पहली बार पैरा पावरलिफ्टिंग में भारत को सोना जिताया है। सुधीर ने पुरुषों के हेवीवेट कैटेगरी में 212किलो वजन उठाकर रिकॉर्ड 134.5अंक के साथ गोल्ड अपने नाम किया।
5. वूमेन टीम- गोल्ड मेडल (लॉन बॉल्स)
भारतीय महिला लॉन बॉल्स टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 17-10से हराकर कॉमनवेल्थ गेम्स में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीता था। भारतीय टीम पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला फोर्स प्रारूप के फाइनल पहुंची थी और सोने का तमगा जीतने में सफल रहीं। लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सेकिया और रूपा रानी टिर्की की भारतीय महिला फोर्स टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराया।
6. पुरुष टीम- गोल्ड मेडल (टेबल टेनिस)
बर्मिंघम में टेबल टेनिस में पहला स्वर्ण पदक पुरुष टीम ने जीता। भारत ने फाइनल में सिंगापुर को 3-1से हराया। पुरुष टीम में हरमीत देसाई, साथियान ज्ञानशेखरन, अचंत शरत कमल और सनील शेट्टी शामिल थे।
7.भाविना पटेल- गोल्ड मेडल (पैरा टेबल टेनिस)
पैरा टेबल टेनिस में भाविना हसमुखभाई पटेल ने स्वर्ण जीत लिया। उन्होंने फाइनल में नाइजीरिया की इफेचुकवुदे क्रिस्टियाना को लगातार तीन गेमों में 12-10, 11-2, 11-9से हरा दिया। भाविना इस पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहीं।
8. बजरंग पूनिया- गोल्ड मेडल (कुश्ती 65 KG)
स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने कुश्ती के 65किलोग्राम भारवर्ग में फाइनल में कनाडा के पहलवान लचलान को 9-2से शिकस्त दी। बजरंग का यह राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा पदक और लगातार दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने 2014ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, 2018गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीता था।
9. साक्षी मलिक- गोल्ड मेडल (कुश्ती 62 KG)
भारत की दिग्गज पहलवान और 2016ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने एक बार फिर से देश का नाम रोशन किया। उन्होंने महिलाओं की 62किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को पिनफॉल से हराकर स्वर्ण अपने नाम किया। राष्ट्रमंडल खेलों में यह साक्षी का पहला स्वर्ण और कुल तीसरा पदक है।
10. दीपक पूनिया- गोल्ड मेडल (कुश्ती 86 KG)
पहलवान दीपक पूनिया ने भारत को कुश्ती में स्वर्ण दिलाया। उन्होंने 86किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को 3-0से हरा दिया। यह राष्ट्रमंडल खेलों में दीपक का पहला पदक है और उन्होंने सीधे स्वर्ण के साथ शुरुआत की।
11. रवि कुमार दहिया- गोल्ड मेडल (कुश्ती 57KG)
ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट रवि दहिया ने पुरुषों के फ्रीस्टाइल 57किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण जीता। यह उनका पहला राष्ट्रमंडल खेल है और रवि ने स्वर्ण के साथ शुरुआत की। फाइनल में रवि ने नाइजीरियन पहलवान एबीकेवेनिमो वेल्स को एकतरफा मुकाबले में 10-0से हरा दिया।
12. विनेश फोगाट- गोल्ड मेडल ( कुश्ती 53 KG)
स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती के 53किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीत लिया। विनेश का यह राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने 2014में कुश्ती के 48किलोग्राम भारवर्ग और 2018में 50किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
13. नवीन कुमार- गोल्ड मेडल (कुश्ती 74 KG)
पहलवान नवीन मलिक ने फाइनल में पाकिस्तान के खिलाड़ी को पटखनी देकर शानदार जीत हासिल की। उन्होंने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीता।
14. नीतू घंघस- गोल्ड मेडल (बॉक्सिंग)
महिलाओं के 45-48किग्रा भारवर्ग के फाइनल मैच में नीतू घणघस ने इंग्लैंड की डेमी जाडे को 5-0से हराया। उन्होंने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में कोई पदक अपने नाम किया है। वह यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप 2017और 2018में स्वर्ण जीत चुकी हैं।
15.अमित पंघल- गोल्ड मेडल (बॉक्सिंग)
पुरुषों के 48-51किग्रा भारवर्ग में अमित पंघाल ने किआरन मैकडोनाल्ड को 5-0हराया। अमित ने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम किया। पिछली बार 2018गोल्ड कोस्ट में रजत पदक जीता था।
16. निकहत जरीन- गोल्ड मेडल (बॉक्सिंग)
48-50किग्रा (लाइट फ्लाई) वर्ग के फाइनल में विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने उत्तरी आयरलैंड की कार्ली नॉल को 5-0से हराया। निकहत जरीन पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने में सफल रही हैं। यह उनका इन खेलों में पहला पदक भी है। निकहत ने इसी साल विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
17. एल्डहॉस पॉल- गोल्ड मेडल (ट्रिपल जंप)
पुरुषों के ट्रिपल जंप में एल्डोस पॉल ने इतिहास रच दिया। एल्डोस राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रिपल जंप में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाले पहले एथलीट हैं। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 17.03मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की।
18. टेबल टेनिस मिक्सड टीम – गोल्ड मेडल (टेबल टेनिस)
टेबल टेनिस में अचंता शरत कमल और श्रीजा अकुल की जोड़ी ने मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण पदक जीता। दोनों ने मलेशिया के जावेन चुंग और कारेन लाइने को 11-4, 9-11, 11-5, 11-6से हराकर गोल्ड अपने नाम किया।
19. पीवी सिंधु – गोल्ड मेडल (बैडमिंटन)
भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्होंने महिला एकल के फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को हरा दिया। वह पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं। इससे पहले 2018गोल्ड कोस्ट में उन्हें मिक्स्ड टीम स्पर्धा में स्वर्ण मिला था।
20. लक्ष्य सेन – गोल्ड मेडल (बैडमिंटन)
बैडमिंटन के पुरुष एकल में लक्ष्य सेन ने स्वर्ण पदक जीता। फाइनल में उन्होंने मलेशिया के एंग जे योंग को 19-21, 21-9, 21-16से हरा दिया। इस स्वर्ण के साथ ही लक्ष्य राष्ट्रमंडल खेलों के पुरुष एकल में पदक जीतने वाले भारत के 10वें खिलाड़ी और स्वर्ण जीतने वाले चौथे एथलीट बन गए।
21.सात्विकसाईं राज और चिराग शेट्टी – गोल्ड मेडल (बैडमिंटन)
पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। देश को पहली बार पुरुष युगल में स्वर्ण मिला है। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने इंग्लैंड के बेन लेन और सीन वेंडी की जोड़ी को हराया।
22. अचंत शरत कमल – गोल्ड मेडल (टेबल टेनिस)
भारत के दिग्गज टेबल टेनिस प्लेयर अचंता शरत कमल ने पुरुष एकल में स्वर्ण जीत लिया। यह उनका बर्मिंघम में तीसरा स्वर्ण है। इससे पहले उन्होंने मेन्स टीम इवेंट और मिक्स्ड डबल्स में स्वर्ण जीता था।