<p id="content">फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने रविवार को कहा कि कोविड संकट से निपटने की भारत की रणनीति सफल रही है और देश की अर्थव्यवस्था फिर से तेजी से उछाल मारने और मजबूत होकर उभरने के लिए तैयार है। फिक्की ने एक बयान में रेड्डी के हवाले से कहा, "महामारी प्रबंधन के लिए कोई मानक पुस्तिका नहीं थी। दुनियाभर में सरकारों के लिए जीवन और आजीविका की रक्षा के बीच एक संतुलन बनना दुविधा रही है।"
उन्होंने कहा कि भारत ने स्वास्थ्य अवसंरचना को बढ़ाने और मानव जीवन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक सख्त लॉकडाउन का रास्ता अपनाया। यह रणनीति कारगर रही। बेहतर इलाज देने के लिए विज्ञान विकसित हुआ, चिकित्सा बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया, पीपीई जैसी आपूर्ति में तेजी आई और मृत्युदर कम हो गई।
उद्योग निकाय की अध्यक्ष का मानना है कि यह आजीविका के मोर्चे पर साहसिक कदम उठाने का समय है। इस बात का जिक्र करते हुए कि हाल की मौद्रिक नीति यह आश्वासन देती है कि अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए सरकार और नियामक सब कुछ करेंगे, रेड्डी ने कहा, "हम अपने विकास के एजेंडे को जोरों से आगे बढ़ाना शुरू करें।"
उन्होंने कहा कि सितंबर 2020 में विनिर्माण और सेवाओं के लिए पीएमआई क्रमश: 56.8 और 49.8 तक पहुंच गया। ई-वे बिल वॉल्यूम में बढ़ोतरी हुई है, प्रमुख वस्तुओं के राजस्व में सुधार, निर्यात में सकारात्मक वृद्धि हुई है।</p>.