बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों के ठीक होने और मृत्यु दर में निरंतर गिरावट के कारण भारत में सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट का रुख जारी है। आज लगातार छठे दिन सक्रिय मामलों की संख्या 6 लाख के स्तर से कम हैं। आज भारत के सक्रिय मामलों की संख्या 5,33,787 है।
वर्तमान में देश में सक्रिय मामले कुल पॉजिटिव मामलों के केवल 6.42 प्रतिशत ही हैं। 16 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख आबादी पर मामले राष्ट्रीय औसत से कम हैं। ठीक हुए मरीजों की संख्या 76.5 लाख (76,56,478) से अधिक है और सक्रिय मामलों की संख्या लगातार कम हो रही है। एक बड़ी उपलब्धि ये है कि राष्ट्रीय रिकवरी दर 92 प्रतिशत (92.09 प्रतिशत) से अधिक हो गई है।
पिछले 24 घंटों में 53,357 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, जबकि नए पुष्ट मामलों की संख्या 46,253 है। 17 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। देश की परीक्षण क्षमताओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। आज संचयी परीक्षणों की संख्या लगभग 11.3 करोड़ (11,29,98,959) हैं। पिछले 24 घंटों में 12,09,609 परीक्षण किए गए। 25 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख आबादी पर परीक्षण करने की दर राष्ट्रीय औसत अधिक है।
<img class="wp-image-16828" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/11/कोरोना-2.jpg" alt="About 80 percent of the new cases corrected are from 10 states / union territories." width="525" height="295" /> ठीक हुए 80 प्रतिशत नए मामले 10 राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों के हैं।ठीक हुए 80 प्रतिशत नए मामले 10 राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों के हैं। केरल में एक दिन में 8,000 से अधिक मरीज ठीक हुए हैं इसके बाद कर्नाटक का स्थान है जहां 7,000 से अधिक मरीज ठीक हुए हैं। 76 प्रतिशत नए पुष्ट मामले 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं। केरल और दिल्ली ने नए मामलों में सबसे अधिक योगदान दिया है। केरल और दिल्ली में 6,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र का स्थान है जहां 4,000 से अधिक नए मामलों का पता चला है।
पिछले 24 घंटों में 514 मौतें होने की जानकारी प्राप्त हुई है। लगभग 80 प्रतिशत ऐसे मामले 10 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों में हुए हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक मौतें (120 मौतें) हुई हैं। भारत की मामला मृत्यु दर 1.49 प्रतिशत है। 21 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख आबादी पर हुई मौत राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है।.