Pakistan Food Shortage: पाकिस्तान में अब बाढ़ से हालात बिल्कुल बेकाबू हो चुके हैं। पिछले काफी दिनों पाकिस्तान में लगातार बारिश की वजह से मुल्क का एक तिहाई हिस्सा डूब चुका है। 3.3 करोड़ से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं। एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह सब देख अब लगता है पाकिस्तान की सरकार बड़ी मुश्किल यह है कि उसके पास इस विनाशकारी आपदा से निपटने के लिए न पैसा है न ही राशन। प्रधानमंत्री शरबाज शरीफ ने दुनिया के साथ हाथ फैलाते हुए कहा है कि, हमारे यहां तो खाने की भी किल्लत (Pakistan Food Shortage) हो गई है। पाकिस्तान ने दुनिया भर के देशों और संयुक्त राष्ट्र से मदद (Pakistan Food Shortage) की मांग की है। पाकिस्तान पीएम शहबाज शरीफ ने तुर्की के राष्ट्रपति रिचेप तैयप अर्दोआन से बातचीत कर मदद की गुहार लगाई है।
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पाकिस्तान के सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे प्रांतों का बड़ा हिस्सा बाढ़ के चलते डूब गया है और पानी निकलने में 3 से 6 महीने का वक्त लग सकता है। इस बाढ़ की वजह से उपजाऊ भूमि का बड़ा हिस्सा भी डूबा है, जिससे खाद्यान्न की पैदावार में भी दिक्कत आ सकती है। विस्थापित लोगों को खाने, टेंट और अन्य चीजें दी जा रही हैं लेकिन, यह भी कम पड़ रहा है जिसके बाद पाकिस्तान तुप्की के पास जा पहुंचा है। तुर्की के राष्ट्रपति रिचेप तैयप अर्दोआन से बातचीत कर हुए शाहबाज शरीफ ने मदद के लिए शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आपके चलते हम खाद्यान्न संकट से उबर पाए हैं। उन्होंने कहा कि तुर्की ने खाना, टेंट और मेडिसिन 12 मिलिट्री एयरक्राफ्ट्स से भेजी हैं। इसके अलावा 4 ट्रेनों और ट्रकों के जरिए भी सामान भेजा गया है। इंटरनेशनल रेस्क्यू कमिटी ने कहा कि बाढ़ की वजह से पूरे पाकिस्तान में 3.6 मिलियन एकड़ में बोई गई फसल बर्बाद हो चुकी है। पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक शहबाज शरीफ ने अर्दोआन को बताया कि बचाव अभियान कैसा चल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने तुर्की से मांग की कि खाद्यान्न संकट से निपटने में मदद की जाए।
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पाकिस्तान में इस वक्त मिलिट्री, यूएन एजेंसियों और लोकल अथॉरिटीज की ओर से मदद मुहैया कराई जा रही है। पाकिस्तान मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर करता है लेकिन, इस वक्त हालत यह है कि उसे सब्जियों तक की आयात करना पड़ रहा है। सब्जियों और खाद्यान्न की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वहीं, पाकिस्तान सरकार का कहना है कि, देश का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ में डूबा हुआ है। सिंध और पूर्वी पंजाब के बड़े हिस्से में बाढ़ के चलते खेती भी प्रभावित हुई है। यही इलाके पाकिस्तान के फूड बास्केट के तौर पर जाने जाते हैं। ऐसे में यहां बाढ़ ने विपरीत हालात पैदा कर दिए हैं। जिसके चलते पाकिस्तान दुनिया से मदद की गुहार लगा रहा है।