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हांगकांग के 4 सांसदों के निष्कासन के बाद सभी विपक्षी सांसदों का इस्तीफा

हांगकांग के 4 सांसदों के निष्कासन के बाद सभी विपक्षी सांसदों का इस्तीफा

गैर देशभक्त सांसदों को अयोग्य घोषित करने के बीजिंग के नए कानून के लागू होने के बाद हांगकांग में फिर एक बड़ा संकट पैदा हो गया है। हांगकांग के 4 सांसदों के निष्कासन के बाद लोकतंत्र समर्थक सभी विपक्षी सांसदों इस्तीफा दे दिया है। हांगकांग के 4 मौजूदा सांसदों को तत्काल प्रभाव से अयोग्य घोषित कर दिया गया। जिसे इस शहर राज्य में राजनीतिक विरोध के खात्मे और "हांगकांग की लोकतंत्र के लिए लड़ाई की मौत" करार दिया गया है।

बुधवार को चीन के सर्वोच्च विधायी निकाय द्वारा पारित नियम के अनुसार, हांगकांग की विधायिका के लिए उन सभी को प्रतिबंधित किया जा सकता है, जो स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं, हांगकांग पर बीजिंग की संप्रभुता को मान्यता देने से इनकार करते हैं, विदेशी देशों या विदेशी ताकतों से हांगकांग के मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए मदद मांगते हैं या "राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले अन्य कार्य" करते हैं।

चीनी राज्य मीडिया द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने के कानून की घोषणा करने के कुछ मिनट बाद ही हांगकांग सरकार ने 4 लोकतंत्र समर्थक सांसदों को अयोग्य ठहराने का एक बयान जारी कर दिया। इन लोगों में सिविक पार्टी के एल्विन य्युंग, क्वोक का-की और डेनिस क्वोक और प्रोफेशनल्स गिल्ड के केनेथ लेउंग शामिल हैं। जिनको सितंबर में तय लेकिन नहीं हो सके चुनावों में हिस्सा लेने से पहले ही रोक दिया गया था।

बीजिंग के अधिकारियों ने घोषणा का स्वागत किया। हांगकांग के लिए संपर्क कार्यालय ने कहा, " हांगकांग में राजनीतिक सत्ता को देशभक्तों द्वारा संचालित होना चाहिए, इसे दृढ़ता से लागू किया जाएगा।"

इसके बाद बुधवार दोपहर शेष 15 समर्थक लोकतंत्र सांसद प्रेस के सामने उपस्थित हुए। उन्होंने एक साथ हाथ पकड़कर हांगकांग की आजादी के समर्थन की घोषणा की और गुरुवार को अपने त्याग पत्र देने का ऐलान कर दिया।

इसके संयोजक वू ची-वाई ने सरकार पर हांगकांग की शक्तियों को खत्म करने और मिनी-संविधान, यानी मूल कानून को छोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह "पूरी तरह से हांगकांग पर अपने अधिकार क्षेत्र का विस्तार करने" के लिए बीजिंग की 6 साल की लंबी योजना की परिणति है। एक देश, दो सिस्टम हांगकांग में खत्म हो चुका है।"

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने चीन पर अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का "उल्लंघन" करने का आरोप लगाया और "हांगकांग की स्वतंत्रता को समाप्त करने के लिए जिम्मेदार लोगों" पर आगे भी प्रतिबंधों को लगाने की धमकी दी।

जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया की सरकारों ने भी चीन के इस कदम की निंदा की। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब ने कहा कि लोकतंत्र समर्थक सांसदों को हटाना,"यूके-चीन संयुक्त घोषणा के तहत हांगकांग की उच्च स्वायत्तता और स्वतंत्रता पर एक और हमला है।"

हांगकांग के पूर्व गवर्नर लॉर्ड पैटन ने कहा, "यह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के काम का एक और उदाहरण है कि वह हांगकांग में लोकतंत्र को किस तरह खत्म करने पर लगा हुआ है।".